देहरादून: राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर त्रिवेंद्र सरकार ऐतिहासिक फैसला लेने जा रही है. त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश के उद्योगों में 70% स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए कानून बनाने का निर्णय लिया है. इस बिल पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने रोजगार को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार का कहना है कि 70% रोजगार देंगे, रोजगार मिल कहां रहा? उन्होंने कहा कि आज की तारीख में जो रोजगार मिल रहा है, वह मनरेगा के तहत मिल रहा है. यही भाजपा मनरेगा को कांग्रेस की विफलताओं के रूप में देख रही थी.
प्रतीम सिंह का कहना है कि सरकार सड़क में काम करने वाले व्यक्ति के लिए भी कहती है कि हमने रोजगार मुहैया करा दिया है. यदि सड़क में मनरेगा के माध्यम से काम ही करना है तो फिर शिक्षा की क्या आवश्यकता है? प्रीतम सिंह का कहना है कि जो युवा पूरी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं, उनके लिए व्यवसाय हो. यदि सरकार उस युवा के लिए व्यवसाय की कोई व्यवस्था नहीं करवा पा रही है तो ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए. जिसमें उनकी योग्यता के अनुरूप उन्हें काम मिल सके. प्रतीम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को जुमलेबाजी छोड़कर डबल इंजन स्टार्ट कर लेना चाहिए.
ये भी पढ़ें:स्थापना दिवस: सत्ता के गलियारों में चलती नूरा-कुश्ती, राजनीतिक लाभ ने तोड़े प्रदेश के सपने!