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बाल संप्रेक्षण गृह की किशोरी से रेप का मामला गरमाया, कांग्रेस बोली- शासन प्रशासन सो रहा कुंभकर्णी नींद

Girl Rape in Child Observation Home Haldwani हल्द्वानी के संप्रेक्षण गृह में किशोरी से रेप के मामले में कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसी. कांग्रेस का कहना है कि हल्द्वानी में तीन मामले ऐसे हो चुके हैं, जो शासन प्रशासन की हीलाहवाली को दर्शा रही है. पहले मूक बधिर बच्चों का यौन शोषण हुआ. अब बाल संप्रेक्षण गृह की किशोरी से रेप की घटना सामने आई. जिस पर सरकार गंभीर नहीं है.

Garima Mehra Dasauni
गरिमा मेहरा दसौनी

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 17, 2023, 11:32 AM IST

देहरादूनःउत्तराखंड में महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस ने हल्द्वानी के संप्रेक्षण गृह की किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. कांग्रेस का कहना है कि हल्द्वानी में बीते 3 महीने के भीतर तीन प्रकरण सामने आ चुके हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है मानो शासन प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने हल्द्वानी जेल में मिले 55 कैदियों की एचआईवी संक्रमित होने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि अगस्त महीने में हल्द्वानी जेल में 55 कैदियों की एचआईवी संक्रमित होने की बात सामने आई. इसके बाद भी वहां का शासन प्रशासन हरकत में नहीं आया. इसी तरह अक्टूबर महीने में काठगोदाम स्थित मूक बधिर और दृष्टि बाधित बच्चों की आवासीय संस्था में बच्चों के साथ कई दिनों से यौन शोषण होता रहा. बोलने, सुनने और देखने में असमर्थ मासूम बच्चों ने अपनी ही संस्था के संचालक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए.
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उन्होंने कहा कि संस्था का संचालक वहां पढ़ाई कर रहे छात्रों जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम बताई जा रही है, उनके साथ दुष्कर्म करता रहा, लेकिन संचालक की प्रदेश के बड़े नेताओं और अधिकारियों में गहरी पैठ होने की वजह से उन बच्चों की आवाज दब कर रह गई. गरिमा ने ताजा मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी के संप्रेक्षण गृह में एक नाबालिग बच्ची के साथ बीते कई दिनों से दुष्कर्म होता रहा और इस कार्य को संरक्षण गृह में कार्यरत दो महिलाएं अंजाम दे रही थी. जो बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है.

गरिमा ने कहा कि सभी घटनाएं तीन से चार महीनों के भीतर हुई है. उन्होंने आशंका जताई कि अभी तो संप्रेक्षण गृह की मात्र एक बच्ची ने अपनी आपबीती बताई है, लेकिन यह भी हो सकता है कि न जाने कितनी नाबालिग बच्चियों के साथ इस तरह का उत्पीड़न हो रहा होगा. यदि पहले ही शासन और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेता और सख्त कार्रवाई की होती तो ऐसे मामले सामने नहीं आते. हल्द्वानी में अपराधियों और बलात्कारियों के मंसूबे लगातार मजबूत होते चले जा रहे हैं, जिस पर लगाम लगाई जाए.

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