देहरादूनःदेश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में इन राज्यों में रहने वाले उत्तराखंड प्रवासियों को साधने की कवायद में बीजेपी संगठन जुट गया है. जहां नेताओं ने शुरुआती दौर में ताबड़तोड़ प्रचार प्रसार किए थे तो वहीं अब उत्तराखंड के तमाम नेता खासकर वर्तमान मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री का दौरा होने जा रहा है. ताकि, इन राज्य में रह रहे उत्तराखंडी प्रवासियों को साधा जा सके. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस, सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर आरोपों की झड़ी ला रही है. कांग्रेस का कहना है कि सीएम धामी विदेश और दिल्ली दौरे में मस्त हैं तो वहीं मंत्री अन्य राज्यों के चुनाव में प्रचार प्रसार कर रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के तमाम मुद्दों की सुध नहीं ली जा रही है.
दरअसल, देश के पांच राज्यों में 7 नवंबर से 30 नवंबर तक चुनाव की तिथियां रखी गई है. ऐसे में उत्तराखंड के नेताओं का राजस्थान में जमावड़ा लगा हुआ है. इसके साथ ही अन्य चुनावी राज्यों में भी 25 अक्टूबर से नेताओं का जमावड़ा लगने जा रहा है. बीजेपी प्रदेश संगठन के तमाम प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही कैबिनेट मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं का दौरा तय किया गया है. इसी कड़ी में 25 अक्टूबर से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तमाम नेताओं का दौरा होने जा रहा है, जिसकी रणनीति संगठन स्तर पर तैयार की जा रही है.
ये प्रशासनिक अधिकारी रहेंगे उत्तराखंड से बाहरःवहीं, चुनाव के मद्देनजर न सिर्फ मंत्री, विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बल्कि 9 आईएएस अधिकारी भी इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश में न सिर्फ मंत्रियों की कमी खलेगी. बल्कि, उत्तराखंड प्रशासनिक कार्यों पर भी असर पड़ेगा. विभागीय जानकारी के अनुसार, हरिश्चंद्र कांडपाल, इकबाल अहमद, देव कृष्णा तिवारी, आनंद श्रीवास्तव, संजय कुमार, विनीत कुमार, उमेश नारायण पांडे, बृजेश कुमार संत, सी रविशंकर, सविन बंसल, मंजू गोयल, राजेंद्र कुमार, करमेंद्र सिंह, डीके चौधरी और नितिन सिंह भदौरिया को पांच राज्यों में चुनाव की ड्यूटी में ऑब्जर्वर बनाए गए हैं.
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