देहरादून: राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड वासियों को घर वापस लाने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए सीएम त्रिवेंद्र रावत ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से 12 ट्रेनों के संचालन की अनुमति मांगी है. वहीं, कांग्रेस ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस के हमले पर बीजेपी का पलटवार. कांग्रेस का कहना है कि सरकार बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की दिशा में मानसिक रूप से तैयार नहीं है. कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादास जोशी ने कहा कि प्रवासी लोगों को लाने के लिए सरकार ने अभी तक कोई तैयारी नहीं की है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लॉकडाउन से पहले ही लाया जाना चाहिए था.
पढ़ें:अच्छी खबर: लॉकडाउन में फंसे 500 लोगों को देहरादून से पौड़ी भेजा गया
कांग्रेसी नेता मथुरादास जोशी ने कहा कि सरकार ने हरिद्वार और ऋषिकेश में फंसे गुजरात के लोगों को उनके राज्य भेज दिया था. इस दौरान भी वहां फंसे लोगों को लाने का काम नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश में कई लोग लॉकडाउन के कारण फंसे हैं, जिन्हें लाने के लिए सरकार ने कोई रोडमैप तैयार नहीं किया है.
पढ़ें:उत्तराखंड में कोरोना मरीजों की संख्या 58, देश में आंकड़ा पहुंचा 37,336
वहीं, बाजेपी के दर्जाधारी राज्य मंत्री वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि राज्य सरकार अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने का काम कर रही है. इसके लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रेल मंत्री से 12 रेलगाड़ियों की व्यवस्था करने की मांग की है. उन्होंने बताया कि रेल मंत्री ने इस विषय में सीएम को आश्वासन भी दिया है.
दर्जाधारी राज्य मंत्री वीरेंद्र बिष्ट ने बताया कि इसके अलावा राज्य सरकार बसों के जरिए भी अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने की व्यवस्था कर रही है. उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों से संपर्क स्थापित करने के लिए राज्य सरकार ने नोडल अधिकारी नामित किए हैं. राज्य में वापस आने पर सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा. जिसके बाद ही उन्हें उनके मूल स्थान पर भेजा जाएगा.