देहरादून/काशीपुर: पिछले एक साल से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर अपने आंदोलन को तेज कर दिया है. किसान संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. किसान संगठनों के भारत बंद को कांग्रेस अपना समर्थन दिया है.
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि किसानों के आंदोलन को कांग्रेस पार्टी पूरा समर्थन करती है. कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में अपने सभी संगठनों को भारत बंद के समर्थन करने को कहा है. कांग्रेस कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ है.
पढ़ें-हरीश रावत की कथनी और करनी में बड़ा फर्क, 2012 में नहीं बनने दिया था दलित सीएम : अनिल बलूनी
किसानों से बनाई रणनीति: भारत बंद को लेकर किसानों ने गुरुवार को काशीपुर में बैठक की. जिसमें आगे की रणनीति बनाई गई. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन युवा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू और किसान नेता बलजिंदर सिंह ने बताया कि 27 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा. इसको लेकर काशीपुर के नई अनाज मंडी स्थित गेस्ट हाउस में बैठक की गई, जहां पर उपस्थित किसान नेताओं ने निर्णय लिया कि भारत बंद के समर्थन में 27 को शहर ढेलापुल पर चक्का जाम कर बंद किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि सरकार से बार-बार मांग की जा रही है कि किसानों का धान एमएसपी रेट पर खरीद किया जाए, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी आश्वासन नहीं मिल रहा है. ऐसे में प्रतीत हो रहा है कि अंत में सरकार किसानों के धान एमएसपी रेट पर खरीद नहीं करेगी, जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा. उनका कहना है कि किसानों को उनका अधिकार दिलाने के लिए वह सब किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. किसी की कीमत पर सरकार की मनमानी चलने नहीं देंगे.