देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) मामले को लेकर उत्तराखंड एसटीएफ ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग को लेकर अड़ी हुई है. ऐसे में अब कांग्रेस के निशाने पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष हैं, जिन्हें जांच के दायरे से अब तक बाहर रखा गया है. जिनकी जांच के लिए कांग्रेस से सीएम धामी को पत्र लिखा है.
बता दें कि उत्तराखंड में यह दूसरा मौका है, जब अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर भर्तियों में धांधली कराने का आरोप लगा हो और इसके चलते आयोग के अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा. मौजूदा मामले में जहां आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड आईएएस एस राजू ने इस्तीफा दिया है. वहीं, इससे पहले साल 2016 में रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी और आयोग के अध्यक्ष रहे आरबीएस रावत ने भी ऐसे ही आरोपों के बाद इस्तीफा दिया था.
पढ़ें-युवाओं को CM धामी का संदेश, 'भर्ती परीक्षाओं की करें तैयारी, अब नहीं होगी कोई धांधली'
खास बात यह है कि आयोग पर परीक्षाओं में धांधली कराने के आरोप लगने के बाद भी इन दोनों ही मामलों में अध्यक्षों तक जांच की आंच नहीं पहुंची थी. इसी बात को याद दिलाते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण महारा (Congress state president Karan mahara) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar singh dhami) को पत्र लिखा है. कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से इन दोनों ही पूर्व अध्यक्षों की जांच कराने की मांग की है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने लिखा है कि जब परीक्षाओं में धांधली के आरोप लग रहे हैं तो पूर्व अध्यक्षों पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? उन्होंने कहा कि यदि प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली को रोकना है तो इन दोनों अध्यक्षों पर भी कानूनी कार्रवाई करनी होगी और रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में सीबीआई जांच करानी होगी.