देहरादून: कोरोना वायरस को लेकर चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सीएम त्रिवेंद्र रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना महामारी की इस घड़ी में मुख्यमंत्री सिर्फ बैठकों तक ही सीमित रह गए हैं. अधिकारी उन्हें जो फीडबैक दे रहे हैं मुख्यमंत्री उस पर आंखें मूंदकर विश्वास कर रहे हैं.
कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि जहां पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री जनता के बीच जाकर राहत कार्यों का जायजा लेते हुए सरकारी रसोइयों का मुआयना कर रहे हैं. वहीं उत्तराखंड के सीएम सिर्फ आवासीय बैठकों तक ही सीमित रह गए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता ने सीएम त्रिवेंद्र पर साधा निशाना. प्रशासनिक अधिकारी राहत को लेकर जो फीडबैक उन्हें दे रहे हैं. सीएम उन पर आंखें मूंदकर भरोसा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री न तो स्वास्थ विभाग का मुआयना कर रहे हैं न ही भोजन के लिए रसोइयां यहां संचालित की जा रही हैं. ऐसे में आखिर सरकार ने किसके भरोसे दिहाड़ी मजदूरों, जरूरतमंदों और गरीब जनता को छोड़ा हुआ है. सामाजिक संगठन अगर सामने नहीं आते तो जरूरतमंदों के लिए विकट समस्या उत्पन्न हो जाती.
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कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा ने कहा कि प्रभारी मंत्री पहले ही अपने जिलों से बाहर नहीं निकलते थे और अपनी विधानसभाओं तक ही सीमित थे, आज आपदा की स्थिति में उन्हें अपने-अपने जिलों का प्रभार सौंपा गया है, ऐसे में वह वहां पर आरामदायक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों का इस संकट की घड़ी में यह दायित्व था कि वो मैदान पर उतरते और जनता की जरूरतों का ख्याल रखते.