देहरादून/हरिद्वार/अल्मोड़ा/रुद्रपुर/हल्द्वानी/विकासनगर/टिहरीःउत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के 3 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर बीजेपी जहां अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर बातें कम, काम ज्यादा का नारा देते हुए जश्न मना रही है, तो वहीं, कांग्रेस, बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार और विफल होने का आरोप लगा रही है. प्रदेशभर में कांग्रेसियों ने प्रेस वार्ता कर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि इस तीन सालों में सारे विकास कार्य बाधित हो चुके हैं और बीजेपी ने जनता के साथ छलावा किया है.
देहरादून
त्रिवेंद्र सरकार के तीन साल के कार्यकाल पूरा होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने सरकार के तीन साल के कार्यकाल को पूरी तरह से विफल बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार उत्तराखंड में चौमुखी विकास करने के नाम पर अपनी ही पीठ थपथपा रही है. जबकि, सरकार ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में जो वायदे जनता से किए थे, उसमें से एक भी वादा सरकार पूरा नहीं कर पाई है. इसलिए कांग्रेस ने सरकार की विफलताओं को जनता के सामने रखा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास कार्य अवरुद्ध करने के साथ ही महंगाई बढ़ा दी है. राज्य में किसान आत्महत्या कर रहा है तो वहीं व्यापारी भी परेशान हैं.
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हरिद्वार
हरिद्वार में कांग्रेसी नेताओं ने राज्य सरकार के 3 साल के कार्यकाल को पूरी तरह विफल बताया. उनका आरोप है कि इस तीन सालों में बीजेपी सरकार ने आमजन को ठगने का काम किया है. साथ ही कहा कि इन तीन सालों में राज्य में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर महंगाई, बेरोजगारी, शराब और खनन जैसे मुद्दों को लेकर भी सवाल खड़े किए. आज जनता सबसे बुरे दिनों से गुजर रही है. अब कांग्रेस आने वाले 2 साल तक सरकार की कमियों को जनता के सामने रखेगी.
अल्मोड़ा
अल्मोड़ा में जागेश्वर विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल समेत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर जमकर हमला बोला. कुंजवाल ने कहा कि सरकार के तीन साल पूरी तरह से निराजनक रहे. सरकार ने विकास करने के बजाय पिछली हरीश रावत सरकार में जो विकास कार्य और योजनाएं शुरू की गई थीं, उन्हें भी बंद कर दिया. आज प्रदेश की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है. कर्मचारी आंदोलन में अड़े हुए हैं. सरकारी ऑफिसों में काम काज ठप पड़ चुका है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की अनदेखी करने में लगी हुई है.
वहीं, उपनेता प्रतिपक्ष करन मेहरा ने कहा कि सरकार तीन साल के कार्यकाल को भ्रष्टाचार मुक्त बता रही है, लेकिन असलियत में यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का स्टिंग सामने आया तो सरकार ने उसकी बिना जांच कराए ही मामले को दबा दिया. आज सरकार से बेरोजगार ठगे महसूस कर रहे हैं. सरकार एक परीक्षा तक पारदर्शिता के साथ नहीं करा पा रही है. जबकि, फारेस्ट गार्ड की परीक्षा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई.