देहरादून: उत्तराखंड में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन कांग्रेस हाईकमान की तरफ से किया जा चुका है. पार्टी हाईकमान उत्तराखंड में चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के टिकट के काम को जल्द से जल्द पूरा कर देना चाहती है. मगर हाईकमान की स्क्रीनिंग कमेटी के गठन के बावजूद प्रदेश में यह कमेटी काम नहीं कर पाएगी. ऐसा हरीश रावत की उस दरख्वास्त के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने कमेटी और प्रदेश अध्यक्ष को 15 दिसंबर से पहले काम न करने के लिए कहा है.
प्रत्याशियों के टिकट को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी का काफी महत्वपूर्ण रोल होता है. ऐसे में हाईकमान भी स्क्रीनिंग कमेटी के गठन के दौरान यह जिम्मेदारी काफी सोच समझ कर देती है. चुनाव के लिए ज्यादा वक्त नहीं रह गया है, लिहाजा कांग्रेस हाईकमान ने स्क्रीनिंग कमेटी से जुड़ी सूची उत्तराखंड समेत बाकी राज्यों के लिए भी जारी कर दी है.
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इस मामले में उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का सोचना कुछ अलग है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत साफ कहते हैं कि प्रदेश में जिस तरह कांग्रेस चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है उससे स्क्रीनिंग कमेटी के काम करने के चलते तैयारियों पर असर पड़ेगा. लिहाजा, उन्होंने कमेटी के अध्यक्ष और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से दरख्वास्त करते हुए फिलहाल इस कमेटी के काम न करने की बात कही है.
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बता दें कि उत्तराखंड में जनवरी या फरवरी महीने में चुनाव होने हैं. ऐसे में अब केवल दिसंबर का ही महीना बीच में रह गया है. लिहाजा स्क्रीनिंग कमेटी के जरिए चुनाव में प्रत्याशियों के चयन के लिए दावेदारों की स्थिति करने में यह कमेटी महत्वपूर्ण रोल अदा करती है.