देहरादून:उत्तरकाशी सिलक्यारा में 14 दिन से टनल में फंसे मजदूरों को निकालने की लगातार कोशिश की जा रही है. हर दिन मजदूरों के सफल रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई न कोई बाधा आ जाती है. जिसके कारण अभी तक टनल में फंसे मजदूरों को नहीं निकाला जा सका है. वहीं, टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में हो रही देरी के मामले पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. मामले में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े किये हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बाकायदा इसके लिए एक पोस्टर भी जारी किया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा उत्तरकाशी के मातली में अस्थाई मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में बैठकर पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में 2 लाख करोड़ रुपए का निवेश जुटाने का दावा कर रहे हैं. पूंजीपतियों को 'सुलभ और सुरक्षित' निवेश के लिए 'उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023' के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. दूसरी ओर टनल में फंसे 41 मजदूरों को 14 दिन बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है. उन्होंने कहा इस मामले में सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है.
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सिर्फ श्रेय लेने की होड़: पहले दिन से ही कांग्रेस लगातार सरकार पर इस बात को लेकर हमलावर हो रही है कि प्रदेश में हो रहे कामो में मनको की अनदेखी हो रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दावों पर प्रश्न खड़े करते हुए कहा विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले हिमालयी राज्य उत्तराखंड का भूगोल और भूविज्ञान ऐसा है कि इस क्षेत्र में हर वर्ष निरंतर प्राकृतिक उथल-पुथल की घटनाएं अपरिहार्य हैं, ऐसे में तथाकथित 'ऑल वेदर रोड' की लचर कार्य योजना, बिना एस्केप पैसेज के सुरंगों का निर्माण, आपातकालीन सुरक्षा ह्यूम पाइप बगैर, गुणवत्ताहीन निर्माण सामग्री के कारण जहां निर्माणाधीन सुरंग धंस जाये, वहीं 14वें दिन तक भी मजदूर और कर्मचारियों की सुरक्षित निकासी का कोई ओर-छोर सरकार को ना समझ आ रहा हो. वहीं प्रदेश की जनता का ध्यान बांटने के लिए सरकार को नित्य नए आधारहीन बयान देने पड़े तो इससे ज्यादा हास्यास्पद बात कोई नहीं हो सकती.