देहरादून:उत्तराखंड में कर्मचारियों के तबादलों को पारदर्शी करने के लिए तबादला एक्ट (transfer act in uttarakhand) तो लाया गया. लेकिन विचलन यानी मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार की बदौलत मिड सेशन में भी तबादले होते रहे. खबर है कि एक बार फिर इसी विचलन के माध्यम से बड़ी संख्या में कर्मचारियों के तबादलों की तैयारी की जा रही है. सवाल उठ रहा है कि मिड सीजन में ही विचलन की शासन को क्यों याद आती है. उधर, कांग्रेस ने विचलन का नाम लेकर इस पूरी प्रक्रिया को 'तबादला उद्योग' का नाम दे दिया है.
उत्तराखंड सरकार (uttarakhand government) राज्य में विभिन्न विभागों के बड़ी संख्या में कर्मचारियों के तबादले करने की तैयारी कर रही है. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो विपक्ष ने भी इस मामले पर सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने तबादलों में मुख्यमंत्री के इस विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल होने का आरोप लगाया है. कांग्रेस सवाल उठा रही है (congress raised questions) कि सीजन आधा बीतने के बाद ही शासन को विचरण की याद क्यों आती है.
कांग्रेस ने तो तबादलों को उद्योग बनाने तक का आरोप भाजपा सरकार पर लगा (congress opposed the transfers ) दिया है. वैसे आपको बता दें कि शासन ने विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को विचलन के माध्यम से स्थानांतरित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है और इसी बात का विरोध कांग्रेस अब खुलकर करने लगी है.