देहरादून: उत्तराखंड में नियुक्तियों को लेकर गड़बड़ी के आरोप भाजपा सरकार के लिए मुसीबत बन गए हैं. पेपर लीक मामले के बाद कांग्रेस ने कई विभागों में हुई नियुक्तियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है. इसमें सबसे ज्यादा निशाना धन सिंह रावत पर साधा जा रहा है. इस बार स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत (Health Minister Dhan Singh Rawat) के स्वास्थ्य विभाग में हुई नियुक्तियों (Mistakes in Medical Services Selection Board) पर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं. यही नहीं एक बार फिर धन सिंह रावत को इन गड़बड़ियों के लिए जिम्मेदार बताया गया है.
बेरोजगारों की नौकरियों को बाजार में बेचने वालों ने युवाओं के लिए बड़ा संकट खड़ा कर दिया है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक मामले पर एक के बाद एक खुलासों ने यह साबित कर दिया है कि बेहद पारदर्शी मानी जाने वाली परीक्षाएं भी बाजारों में खुले आम गड़बड़ी का शिकार हो रही थीं. युवा जिन नौकरियों के लिए मेहनत कर रहे थे, कुछ लोग मुंह मांगे दामों पर उन्हीं नौकरियों को बेच रहे थे. चौंकाने वाली बात यह है कि पूर्व में हुई कई परीक्षाओं की भी जांच के आदेश दिए गए हैं. अब पिछली तमाम परीक्षाएं भी सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई है. मामला इतना ही नहीं है सहकारिता जैसे विभागों में पहले ही नियुक्तियों पर सरकार खुद जांच बिठाकर सवाल खड़े कर चुकी है.
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अभी ऐसे मामलों की जांच चल ही रही है कि कांग्रेस ने यह कहकर सनसनी मचा दी है कि चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड में भी नियुक्तियों में भारी गड़बड़ियां हो रही हैं. बड़ी बात यह है कि पिछले दिनों सहकारिता विभाग में नियुक्तियों की घेराबंदी कांग्रेस ने की थी. अब एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग में हुई नियुक्तियों पर सवाल खड़ा करके कांग्रेस मंत्री धन सिंह रावत की भूमिका पर सवाल खड़ा कर रही है.