देहरादून: आज हल्द्वानी में कांग्रेस का विजय संकल्प शंखनाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था, लेकिन तय स्थान से कुछ ही दूरी पर आज ही मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का भी आयोजन होना है. ऐसे में सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में सांकेतिक उपवास रखा है. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने जानबूझकर उनके कार्यक्रम के दिन ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम आयोजित किया है.
बता दें कि, कांग्रेस पार्टी के इस कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्य का स्वागत कार्यक्रम तय था, लेकिन कांग्रेस भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही है कि प्रशासन के दबाव में विजय संकल्प शंखनाद कार्यक्रम को रद्द किए जाने को लेकर प्रशासन ने दबाव बनाया है.
कांग्रेस की बीजेपी से टशन इससे पूर्व कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने उनके कार्यक्रम को बाधित करने के लिए जानबूझकर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रखा है. साथ ही उनके कार्यक्रम के दिन ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम जानबूझकर आयोजित किया जा रहा है. इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी ने आज प्रदेश मुख्यालय में सांकेतिक उपवास रखकर अपना विरोध दर्ज कराया है.
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उपवास में पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, कांग्रेसी नेता वीरेंद्र पोखरियाल, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस लालचंद शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार जैसे तमाम नेता मौजूद हैं.
इसके विरोध में कांग्रेस ने प्रदेश मुख्यालय में गणेश गोदियाल के नेतृत्व में बाहं पर काली पट्टी बांधकर सांकेतिक मौन उपवास रखा. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार को तानाशाही करार दिया. उन्होंने इस मामले पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आज हल्द्वानी में कांग्रेस की विजय संकल्प शंखनाद रैली होनी थी और इस रैली में कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य को भी सम्मानित किया जाना था. इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली थी, लेकिन सरकार ने घबराहट में आकर अचानक हमारी रैली के तय स्थल से 100 मीटर की दूरी पर सीएम का कार्यक्रम रख दिया. प्रशासन के माध्यम से कांग्रेस पर आज आयोजित होने जा रही रैली को रद्द किए जाने का दबाव बनाया गया. प्रशासन ने कांग्रेस पर किसी और दिन इस रैली को आयोजित किए जाने का दबाव बनाया गया. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक शासन पद्धति में जो स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए उसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दबाव में आकर प्रशासन ने हमारी रैली को किसी और दिन आयोजित किए जाने को कहा.
गणेश गोदियाल ने 2022 के चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव में अब कुछ ही महीने शेष बचे हुए हैं. ऐसे में पार्टियों को विशेष स्थान पर रैली आयोजित करनी होगी, लेकिन उस समय किसी भी पक्ष के प्रति ज्यादा प्रेम न देखते हुए सबको समान रूप से अवसर दिया जाना चाहिए. लेकिन सरकार तानाशाह रवैया अपनाते हुए घबराहट में इस तरह के कदम उठा रही है, जिसकी कांग्रेस पार्टी निंदा करती है.