देहरादून: उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार किए जाने वाले यशपाल आर्य ऐसे राजनीतिज्ञ माने जाते हैं, जो हर बार और मजबूती से उभरकर आते हैं. यशपाल आर्य चुपचाप राजनीति की बिसात पर अपने मोहरे इस तरह सेट करते हैं कि मैदान में जीत का राजतिलक उनके ही सिर सज जाता है. उनकी सियासी शतरंजी चाल ही विपक्षी को सियासत के खेल में मात देती है. जो सियासत में शतरंजी चाल भी चलते हैं और जनता के बीच अपनी पकड़ भी मजबूत रखते हैं.सरल और मिलनसार स्वभाव उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाए हुए हैं. वहीं यशपाल आर्य का राजनीतिक कद कुमाऊं के साथ ही एक विशेष वर्ग को भी प्रभावित करता है. आइए नजर डालते हैं यशपाल आर्य के राजनीतिक जादूगरी पर...
यशपाल आर्य का कद:उत्तराखंड में यशपाल आर्य का कद किसी भी दिग्गज नेता से कम नहीं है. कांग्रेस के बूथ स्तर की राजनीति से ककहरा सीखने के बाद यशपाल आर्य देखते ही देखते राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी बन गए. उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के विभाजन से पहले से ही यशपाल आर्य विधानसभा की सीढ़ियां चढ़ते रहे हैं. यशपाल आर्य दसवीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए थे. इसके बाद 12वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए उनका दूसरा कार्यकाल भी शानदार रहा.
सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी:यशपाल आर्य ने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों पर ऐसा जादू किया कि जनता ने हर परिस्थिति में बस उनका ही दामन थामे रखा. यशपाल आर्य की यह जादूगरी केवल अपनी विधानसभा की जनता तक ही नहीं रही, बल्कि राजनेताओं और पार्टी हाईकमान तक भी उन्होंने अपनी ऐसी छाप छोड़ी कि हर कोई उनका मुरीद दिखाई दिया. यशपाल आर्य राजनीति के जादूगर मानें जाते हैं, उन्हें यह खिताब इसलिए भी दिया जा सकता है क्योंकि उत्तराखंड बनने के बाद न केवल उन्होंने अपने हर चुनाव को जीतने में कामयाबी हासिल की, बल्कि पिछले 22 सालों में यशपाल आर्य कभी कमजोर नहीं हुए.
हमेशा बड़े पदों पर रहे काबिज:राज्य में ऐसा आज तक कोई मौका नहीं आया जब यशपाल आर्य के पास कोई बड़ा पद ना हो. यशपाल आर्य ने पार्टी के सर्वोच्च पद पाने में हमेशा कामयाबी हासिल की. राज्य स्थापना के बाद 2002 में हुए पहले विधानसभा चुनाव के बाद यशपाल आर्य साल 2002 से 2007 तक सत्ताधारी पार्टी के विधायक बनकर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. साल 2007 से 2012 तक उत्तराखंड में भाजपा की सरकार रही लेकिन इसके बावजूद भी यशपाल आर्य ताकतवर नेता के रूप में दिखाई दिए. दरअसल, यशपाल आर्य इस दौरान उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर विराजमान रहे. उनका प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर 2007 से 2014 तक कार्यकाल रहा.