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कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की हो जांच, जयेंद्र रमोला बोले- जल्द आमरण अनशन पर बैठूंगा

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Published : Sep 25, 2022, 6:22 PM IST

विधानसभा भर्ती घोटाले मामले में कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने कहा कि कार्रवाई निष्पक्ष और बराबर की होनी चाहिए, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने जो कार्रवाई की है, वो केवल एक पक्षीय है. क्योंकि, अभी तक गलत तरीके से नौकरी पाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है, लेकिन जिन माननीय ने गलत तरीके से नौकरी की बंदरबांट की है. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

Congress Leader Jayendra Ramola
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला

ऋषिकेशःउत्तराखंडविधानसभा भर्ती घोटाले (Uttarakhand Assembly Recruitment Scam) में भले ही स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने सभी नियुक्तियों को निरस्त कर दिया हो, लेकिन कांग्रेस का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने विधानसभा भर्ती घोटाले में मुख्य रूप से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि गलत तरीके से नौकरी पाने वालों को तो नौकरी छीन कर सजा दी गई है, लेकिन जिन माननीय ने नौकरी देने का काम किया है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसका कांग्रेस विरोध करती है.

रविवार को रेलवे रोड स्थित एक होटल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने गलत तरीके से हुई भर्तियों को निरस्त कर बेहतर काम किया है, लेकिन उन्होंने अपनी जांच को यहीं विराम दे दिया है. जो कि पूरी तरीके से गलत है. उन्होंने कहा कि इस जांच को अभी और आगे बढ़ाने की जरूरत है. जिससे मामले में पूरी तरीके से दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

प्रेमचंद अग्रवाल की हो जांचः रमोला
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प्रेमचंद अग्रवाल की हो वित्तीय जांच, मंत्रालय से करें बर्खास्तः कांग्रेस नेताजयेंद्र रमोला ने आरोप लगाया कि इन नौकरियों को देने के पीछे बड़ी रकम का लेनदेन (Premchand Aggarwal Wealth) हुआ है. इसलिए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की वित्तीय जांच (Uttarakhand Finance Minister Premchand Aggarwal) भी होनी चाहिए और उनको तत्काल मंत्रालय से बर्खास्त कर देना चाहिए. जयेंद्र रमोला ने बताया कि यदि उनकी मांग पर मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया तो वो दशहरे के बाद प्रेमचंद अग्रवाल के निजी आवास के बाहर आमरण अनशन पर बैठेंगे.

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