देहरादूनःउत्तराखंड में 8 और 9 दिसंबर को उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया. समिट में साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश पर करार हुए. समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबकि समापन में गृह मंत्री अमित शाह ने शिरकत की. देहरादून के एफआरआई में आयोजित हुए दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट में कई उद्योगपतियों ने शिरकत की. उधर उत्तराखंड कांग्रेस ने इन्वेस्टर्स समिट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी ने परिश्रम कर एक फील गुड का एहसास राज्य के लोगों को करवाया है. अब उनके मंत्रिमंडल का कौशल देखना है कि इस फील गुड के एहसास को अर्थव्यवस्था और सामाजिक कल्याण के विभिन्न क्षेत्रों में किस दूरी तक वो लेकर जाते हैं.
कांग्रेस ने किए पांच सवाल: इसके अलावा कांग्रेस ने भी कुछ सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि साढ़े तीन लाख करोड़ का निवेश राज्य में कहां किया जाएगा? उत्तराखंड में उद्योगों के लिए कितनी भूमि उपलब्ध है? उत्तराखंड में कृषि के लिए मात्र 13फीसदी जमीन वर्गीकृत है तो क्या किसानों और काश्तकारों से भूमि अधिग्रहित की जाएगी? क्या देश और दुनिया को ऑक्सीजन देने वाले उत्तराखंड के जंगलों को काटकर किसी बड़ी आपदा या विनाश को आमंत्रित किया जाएगा?
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गौरतलब है कि इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में वेडिंग डेस्टिनेशन पर जोर दिया. पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया की तरह ही वेड इन इंडिया का भी नारा दिया. पीएम मोदी के आह्वान के बाद उत्तराखंड के सभी बड़े नेता काफी उत्साहित नजर आ रहे है.