देहरादून: द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी के यौन शोषण मामले में मंगलवार को नया मोड़ आया है. आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने चार्जशीट को रिकॉल करते पूरे मामले को पौड़ी ट्रांसफर कर दिया है. जिस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार अपने विधायक को बचाने की कोशिश में लगी हुई है.
कांग्रेस नेता गरिमा दसौनी ने कहा कि सरकार ने महेश नेगी यौन शोषण मामले का तमाशा बना दिया है, जो पुलिस- प्रशासन अपने अनुशासन के लिए जाना जाता है, आज वह सरकार की किरकिरी करा रहा है. इस नौटंकी को देखकर समूचा उत्तराखंड शर्मसार हो रहा है.
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गरीमा ने कहा कि पुलिस पहले चार्जशीट दाखिल करके महिला को आरोपी बनाती है और फिर 24 घंटे अंदर ही उसे वापस ले लेती है. वहीं, अब पूरे मामले को पौड़ी थाने में शिफ्ट किया जा रहा है. इससे प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं इस मामले में विधायक समेत काफी लोग फंस रहे हैं. इसलिए उन्हें बचाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सारे गवाह विधायक की तरफ उंगली उठाकर बता रहे हैं कि इस मामले में विधायक ही आरोपी है. उसके बावजूद पीड़िता को आरोपी बनाया जा रहा है. जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाली बीजेपी सरकार और संगठन इस मामले में चुप्पी साधे हुए है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने आरोपों की जांच के लिए समिति गठित करने की बात की थी फिर उन्होंने यू-टर्न ले लिया. इससे साबित होता है कि विधायक को संरक्षण दिए जाने की कोशिश की जा रही है.