देहरादून: कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. गणेश गोदियाल ने चमोली करंट हादसे के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चमोली करंट हादसे में 16 लोगों ने अपनी जान गवाई और एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, सरकार ने इस मामले पर कठोर कार्रवाई किए जाने की बात की थी और इसके लिए कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया गया है. उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सरकार ने कठोर कार्रवाई की होती, तो करंट हादसे के दोषियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए था.
चमोली करंट हादसा: गणेश गोदियाल ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- दोषियों पर हो गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
Congress leader Ganesh Godial कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने चमोली करंट हादसे को लेकर धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. गणेश गोदियाल ने सरकार पर कंपनी को बचाने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने करंट हादसे के दोषियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है.
चमोली हादसे पर उठाए सवाल: गणेश गोदियाल ने मांग उठाई कि सरकार को मृतक आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने के साथ ही परिवार के सदस्य को नौकरी देनी चाहिए थी. कहा कि सरकार ने इस हादसे के लिए कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होना चिंताजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कंपनी को बचाने की कोशिश कर रही है और सरकार को यह बताना चाहिए कि यह ज्वाइंट वेंचर कंपनी कंपनी क्या है और इसके मालिक कौन हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सत्ता में बैठी सरकार को उत्तराखंड के नागरिकों के जीवन की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने इस हादसे के लिए दोषी कंपनी पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की प्रमुखता से मांग उठाई.
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इन मुद्दों पर सरकार पर साधा निशाना: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन को लेकर भी सरकार को घेरा है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट का श्रेय लेने का आरोप लगाया है. वहीं उन्होंने चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड की भर्तियों की जांच कराने की भी सरकार से मांग की है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने लोक सेवा आयोग की परिधि के पदों को बिना नियमों में परिवर्तन किए उन पदों को भर दिया. वहीं गोदियाल का कहना है कि आम आदमी बाघों का निवाला बन रहे हैं और सरकार मुआवजे के तौर पर दो या तीन लाख रुपए देकर इतिश्री कर रही है. उन्होंने सरकार से समुचित व्यवस्था किए जाने की मांग उठाई है, ताकि बाघ रिहायशी क्षेत्रों में नहीं आ सके.