देहरादूनःयूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर एक सवाल उठाया था. जिसमें उन्होंने प्रमुख नेताओं के साथ ही अपने पिता पर भी निशाना साधा था. जिससे कांग्रेस में खलबली सी मच गई थी. अब आनंद रावत के पोस्ट पर कांग्रेस ने सफाई दी है. कांग्रेस का कहना है कि आनंद रावत को जो मुकाम मिलना चाहिए था, वह मुकाम नहीं मिला.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी (Garima Mehra Dasauni) का कहना है कि आनंद रावत एक ज्ञानी व्यक्ति हैं और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए कई कैंप आयोजित किए. साथ ही नशे के खिलाफ उन्होंने बड़ी मुहिम भी लड़ी, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि जहां उनको मुकाम मिलना चाहिए था, वहां उन्हें वो मुकाम हासिल नहीं हो पाया.
हरीश रावत के बेटे आनंद रावत के तंज पर कांग्रेस की सफाई. ये भी पढ़ेंःहरीश रावत के बेटे का दर्द, कहा- पिता जी ने मुझे हमेशा येड़ा समझा, एक नेता की दृष्टि से सुनी मेरी बातें
गरिमा दसौनी ने कहा कि आनंद रावत राजनीति में बीते 20-25 सालों से सक्रिय हैं, लेकिन आनंद रावत इससे कहीं ज्यादा डिजर्व करते हैं. यही कारण है कि इस रूप में उनकी कुंठा सामने आई है. कांग्रेस का मानना है कि आनंद रावत ने जो बातें कही है, वह तथ्यात्मक बातें हैं. ऐसे में पढ़ा लिखा व्यक्ति ही इस बारे में चिंतन कर सकता है. उनकी पोस्ट में युवाओं और बेरोजगारी के प्रति चिंता झलक रही है.
बता दें कि हरीश रावत के बेटे आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर अपना जहां अपना दर्द बयां किया है. जिसमें बकौल आनंद 'मेरे पिताजी भी मेरे चिंतन व विचारों से परेशान रहते हैं. शायद उन्होंने हमेशा मेरी बातें एक नेता की दृष्टि से सुनी और मुझे येड़ा समझा'. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर चिंता भी व्यक्त की है. इस को लेकर अपने पिता हरीश रावत समेत कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं पर निशाना साधा हैं.