देहरादूनःकांग्रेस ने भाजपा पर प्रदेश में साढ़े 4 सालों के भीतर तीन मुख्यमंत्री दिए जाने पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) एक थके हुए मुख्यमंत्री थे. वहीं तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) संवैधानिक संकट में फंसे हुए मुख्यमंत्री थे. जबकि नए मुख्यमंत्री अनुभवहीन मुख्यमंत्री हैं.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना (Congress State Vice President Suryakant Dhasmana) का कहना है कि बीते 4 सालों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जो संघर्ष किया है, उसके बल पर ही कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने साढ़े 4 साल के कार्यकाल में तीन मुख्यमंत्री दिए हैं. इनमें त्रिवेंद्र और तीरथ रावत का कार्यकाल निराशाजनक रहा. उसके बाद प्रदेश को एक सुलझे हुए मुख्यमंत्री की जरूरत थी. मगर भाजपा ने अनुभवहीन पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी.
कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम भाजपा
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान राज्य में साल 2017 में बेरोजगारी दर 1.64 प्रतिशत थी. लेकिन आज बेरोजगारी दर 6 गुना बढ़ गई है, जो राष्ट्रीय स्तर से भी ज्यादा है. सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में संक्रमण की वजह से 7 हजार लोगों की मौत हुई. चार लाख के करीब संक्रमितों का आंकड़ा पहुंच गया. लेकिन भाजपा के मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण को रोकने में विफल साबित हुए. उन्होंने महंगाई और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है.