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धर्मांतरण कानून को लेकर तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने बताया वोटों के ध्रुवीकरण वाला शिगूफा

प्रदेश में सख्त धर्मांतरण कानून (conversion law in uttarakhand) को लेकर हुई सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने धर्मांतरण कानून को लेकर राज्य सरकार पर हमला (Congress attack on conversion law) बोला है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Congress State President Karan Mahara) ने कहा कि वोटों के ध्रुवीकरण(Polarization of votes in Uttarakhand) के लिए सरकार इस तरह शिगूफे छोड़ती है.

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धर्मांतरण कानून को लेकर तेज हुई सियासत

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Published : Nov 30, 2022, 9:18 PM IST

देहरादून: एंटी रिलीजियस कन्वर्सेशन बिल यानी धर्मांतरण कानून को लेकर उत्तराखंड सरकार सख्त रुख अपनाने जा रही है. इसी क्रम में धामी सरकार ने भी विधानसभा में कड़े प्रावधानों वाला धर्मांतरण विरोधी विधेयक पेश किया है. कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सरकार इस तरह के शिगूफे छोड़ती रहती है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा भाजपा सरकार यह बताए कि इन 7 सालों में कितने जबरन धर्मांतरण के केस दर्ज हुए हैं. इसे भाजपा सरकार को स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने कहा मात्र लोगों के वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सरकार इस तरह के शिगूफे छोड़ती रहती है. सरकार जबरन धर्मांतरण की बात कर रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भाजपा स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन को स्वीकार करती है, जबकि कांग्रेस का साफ स्टैंड है कि धर्म परिवर्तन होना ही नहीं चाहिए. कोई भी धर्म हिंसा, घृणा, वैमनस्य नहीं सिखाता है, बल्कि धर्मों में क्षमा, प्रेम, रहन-सहन सिखाया गया है, लेकिन भाजपा जबरन धर्मांतरण की बात करती है.करण माहरा ने कहा आखिर कब तक सरकार इस तरह के शिगूफे छोड़कर लोगों की आंखों में धूल झोंकती रहेगी.

धर्मांतरण कानून को लेकर तेज हुई सियासत.

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करन माहरा ने सरकार से किया आग्रह: इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पर्वतीय जिलों के लोगों पर वन्यजीवों द्वारा किए जा रहे हमलों को रोके जाने की भी मांग की. उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों की दिक्कतों को उठाते हुए कहा कि राज्य में जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है. उन्होंने कहा कि बीते 3 वर्षों में विभिन्न जंगली जानवरों ने अनेक लोगों की जानें ली हैं. कई लोग घायल हो गए हैं. जिनमें गुलदार ने 66, हाथियों ने 28, बाघ ने 13, भालू ने 5 और सांपों के द्वारा काटने से 44 लोग अपनी जानें गंवा चुके हैं.

उन्होंने कहा प्रदेश में जंगली जानवरों के हमलों के कारण भय और आतंक का माहौल व्याप्त बना हुआ है. विगत कुछ दिनों में करीब 161 लोग वन्यजीवों के हमले के शिकार हुए जबकि 641 लोग बुरी तरह से घायल हो चुके हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा इन आंकड़ों को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जंगली जानवरों का कितना आतंक बना हुआ है. उन्होंने मुख्यमंत्री से पर्वतीय क्षेत्र में रह रहे लोगों को जंगली जानवरों से बचाने का आग्रह किया.

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