देहरादून: महिला उत्पीड़न के मामले में फंसे द्वाराहाट विधायक को लेकर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेप सरकार अपने विधायक को बचाने में लगी हुए है. ऐसे में दबाव में आकर पुलिस भी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है. जिसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर 31 अगस्त को कांग्रस ने प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किए जाने का ऐलान किया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने यौन उत्पीड़न के आरोप में फंसे द्वाराहाट विधायक महेश नेगी को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि द्वाराहाट विधायक नारको टेस्ट की मांग कर रहे हैं तो वहीं उनकी धर्मपत्नी का कहना है कि महिला ने उनसे 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है. ऐसे में विधायक और उनके परिजनों को यह जवाब देना चाहिए कि जब महिला ने फिरौती की डिमांड की थी. उस समय एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई गई. वहीं, अब विधायक नारको टेस्ट की मांग पर अड़े हुए हैं.
ऐसे में जब महिला ने अपने आप को आगे आकर प्रस्तुत करते हुए लड़की और विधायक का डीएनए टेस्ट कराने की मांग उठाई है तो सरकार न्यायालय जाकर डीएनए की परमिशन लेकर डीएनए जांच करवा देती. अगर डीएनए विधायक से मैच करता तो निश्चित रूप से उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. यदि डीएनए मिला नहीं होता तो आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.