देहरादूनःकांग्रेस ने अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के शोषण का आरोप लगाया है. साथ ही विकासनगर इलाके में अनुसूचित जाति के लोगों की जमीनों की धांधली का मामला उठाया है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी और शीशपाल बिष्ट का कहना है कि विकासनगर इलाके में बड़े पैमाने पर जमीनों की धांधली की जा रही है. जिस पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि गरीब और अनुसूचित जाति के लोगों की भूमि को संरक्षण प्रदान करने के लिए सरकार ने कानून बनाया था. ताकि, गरीब और अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की जमीनें बची रहे. सरकार ने कानून में व्यवस्था की थी कि अनुसूचित जाति के जो लोग बड़े काश्तकार हैं, उनके पास अगर तीन एकड़ से ज्यादा भूमि है तो वो राजस्व विभाग और जिलाधिकारी की परमिशन से आवश्यकता पड़ने पर अनुमति लेकर भूमि बेच सकते हैं, लेकिन इस व्यवस्था का दुरुपयोग करते हुए कुछ भूमाफिया लाभ उठा कर काली कमाई का धंधा कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि विकासनगर निवासी एक शख्स ने करीब 200 से 300 बीघा भूमि फर्जी शपथ पत्र पेश कर राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से प्लॉटिंग कर ऊंचे दामों पर बेच दी. जिस कारण शख्स के खिलाफ फर्जी शपथ पत्र मामले में थाना कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसकी जांच चल रही है, लेकिन शख्स रतिराम की पैठ इतनी गहरी है कि उसकी गिरफ्तारी पुलिस प्रशासन ने अभी तक नहीं की.
वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि दलितों की जमीनों की बंदरबाट बंद होनी चाहिए. उनसे जमीन सस्ते दामों पर ली जाती है. जिसे रसूखदारों को ऊंचे दामों पर बेच दी जाती है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए.
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