देहरादून: केंद्र सरकार आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत देशभर में हर घर तिरंगा अभियान चला रही है. जिसको लेकर सत्ता और विपक्षी दलों के बीच सियासत जोरो पर है. उत्तराखंड की राजनीतिक दल (political parties of uttarakhand) भी इस पर सियासत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यहां की राजनीति तिरंगे के व्यापार से लेकर संघ के ध्वज वंदना तक पहुंच गई है. हर घर तिरंगा अभियान को लेकर बीजेपी कांग्रेस आमने सामने है और एक दूसरे पर वार पलटवार करने में जुटी हुई है.
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) को मजबूती से आगे बढ़ाने में जुटी हुई है. संगठन स्तर पर इस अभियान को सफल बनाने के लिए न केवल प्रदेश, बल्कि जिला और तहसील स्तर तक भी पार्टी कार्यकर्ताओं को काम सौंपा गया है. राज्य में संगठन के साथ-साथ पूरी सरकार भी इस अभियान में पुरजोर कोशिश करती हुई दिखाई दे रही है. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तमाम माध्यमों से जनता से इस अभियान को सफल बनाने की अपील बार-बार करते दिखाई दे रहे हैं. प्रचार प्रसार से लेकर हर मंच पर इस अभियान का जिक्र भी हो रहा है.
आपको बता दें कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ (75th anniversary of independence) पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान केंद्र की तरफ से चलाया जा रहा है. बात राज्य की करें तो अकेले देहरादून के भाजपा मुख्यालय पर ही अब तक 11,500 से ज्यादा तिरंगे कार्यकर्ताओं और आम लोगों को तय की गई रकम पर दिए जा चुके हैं. यही नहीं जिला स्तर से लेकर तहसील स्तर पर भी इसी तरह के विक्रय केंद्र खोले गए हैं. जहां हजारों तिरंगे लोगों द्वारा लिए जा चुके हैं.