देहरादून: नामकरण समिति (naming committee) ने नए संसद भवन का नाम (Name of the new parliament building) डॉ आंबेडकर पार्लियामेंट हाउस रखने की मांग को लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात की और उन्हें इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा.
नामकरण समिति के सदस्यों का कहना है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट कुछ दिनों में पार्लियामेंट हाउस (Dr Ambedkar Parliament House) में तब्दील होने जा रहे है. इसका काम लगभग पूरा हो चुका है और अभी नामकरण होना बाकी है. ऐसे में उन्होंने नए संसद भवन का नाम डॉ. आंबेडकर पार्लियामेंट हाउस रखने की मांग को लेकर नये संसद भवन नामकरण समिति का गठन (New Parliament Nomenclature Committee constituted) किया गया है. ऐसे में आज समिति के प्रतिनिधियों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात कर उन्हें इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को समिति सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन. पढ़ें-नये संसद भवन का नाम डॉ आंबेडकर पार्लियामेंट हाउस रखने की मांग, नामकरण समिति ने कही ये बात
वहीं, इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) का कहना है कि यह बहुत ही उच्च विचार है कि देश और दुनिया को इस बात का ज्ञान हो सके कि भारत में संसदीय लोकतंत्र और बहुदलीय प्रणाली स्थापित करने में बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का क्या योगदान रहा है. ऐसे में जो लोग कानून बनाने के लिए वहां जाएंगे, उन्हें इस बात का एहसास हो सके कि यह वह व्यक्ति है जिसने सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया.
हरीश रावत का कहना है कि वह विधायक गणों से आग्रह करेंगे कि इस मामले को जरूर उठाएं और सभी एक स्वर में विधानसभा में प्रस्ताव पारित करवाएं. वहीं, नामकरण समिति का कहना है कि उनकी इस मुहिम को गैर राजनीतिक और किसी संगठन की ना होकर पूरे प्रदेश के सर्व समाज की ओर से चलाई जाएगी.