ऋषिकेश: लॉकडाउन के दौरान सभी कोचिंग सेंटर और इंस्टीट्यूट को बंद करने के आदेश जारी थे. अब जब देशभर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है तो अभी भी कोचिंग सेंटरों पर ताले लटके हुए हैं. ऐसे में कोचिंग सेंटर संचालकों ने सरकार से अनलॉक में छूट दिए जाने की गुहार लगाई है.
कोचिंग सेंटर संचालकों के सामने गहराया रोजी-रोटी का संकट कोचिंग सेंटर संचालकों का कहना है कि जिस तरह से सभी चीजों में सरकार के द्वारा गाइडलाइन जारी कर छूट दी जा रही है, उसी प्रकार से कोचिंग सेंटरों को भी छूट दी जानी चाहिए. कोचिंग सेंटर संचालक सरकार की हर गाइडलाइन फॉलो करने के लिए तैयार हैं.
कोचिंग सेंटर संचालकों का कहना है कि उन्होंने उपजिलाधिकारी को पत्र सौंपा था, जिसमें कोचिंग सेंटर खोले जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया.
ये भी पढ़े:हरीश रावत ने लॉकडाउन के फैसले को गलत बताया, ईटीवी भारत से खास बातचीत
बता दें, कोचिंग सेंटर बंद होने की वजह से ऋषिकेश के कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब बेरोजगार हो गए हैं. शिक्षकों के पास कमाई का कोई और जरिया नहीं है और कोचिंग सेंटर बंद होने ने उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऋषिकेश में लगभग 40 से 45 कोचिंग सेंटर है, जिसमें 500 शिक्षक व कर्मचारी काम करते हैं.