देहरादून: लोकसभा के चुनावी महासंग्राम में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज देवभूमि से लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए मोदी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए. राहुल गांधी ने सेना से अपना संबोधन शुरू किया और कहा कि हर फोर्स में उत्तराखंड के जवान दिखाई देते हैं और रोज सीमा की रक्षा करते हैं. पुलवामा हमले की खबर मिलते ही उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए, लेकिन पीएम कॉर्बेट पार्क में डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.
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राहुल गांधी के बयान पर उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पलवार किया है. उन्होंने कहा कि झूठ बोलना, बेबुनियाद आरोप लगाकर भाग जाना राहुल गांधी की फितरत है. आज राहुल गांधी के भाषण में जो बौखलाहट दिख रही थी वो ये बताती है कि उन्होंने चुनाव से पहले ही हार मान ली है. हम आश्वस्त हैं कि देवभूमि की जनता हमेशा पीएम मोदी के साथ खड़ी है.
सीएम त्रिवेंद्र ने आगे अपने ट्वीट में लिखा ये बड़ा दुखद है कि राहुल गांधी राजनीतिक शिष्टाचार की मर्यादा तक भूल चुके है. प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के नहीं बल्कि पूरे देश के होते हैं. ये राहुल के संस्कार ही हैं कि देश के पीएम के लिए तू तड़ाक शब्दों का इस्तेमाल और आंतकी मसूद अजहर के लिए जी का संबोधन.
उन्होंने कहा है कि सेनाध्यक्ष को गली की गुंडा बोलने वाली पार्टी के मुंह जवानों की बात हास्यास्पद लगती है. सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हमले पर सवाल करने वाले शायद भूल गए हैं कि उनकी पार्टी ने सेना की बुलेट प्रूफ जैकेट तक की मांग को अनसुना कर दिया था. एनडीए ने बाद में ये मांग पूरी की थी.
देवभूमि के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगाध प्रेम ही है कि पीएम बनने के बाद वो 7 बार उत्तराखंड आए. 2013 में जब लोगों को सहारे की जरूरत थी. तब मनमोहन सिंह केवल हवाई सर्वे कर के दिल्ली लौट गए थे और मां-बेटा ने राहत सामग्री के ट्रक को फोटो खिंचवाने के कारण एक हफ्ते देर से भेजा था.