देहरादून/गैरसैंण: उत्तराखंड राज्य गठन को 20 साल पूरे हो गए हैं. आज उत्तराखंड अपना स्थापना दिवस मना रहा है. जिसे लेकर प्रदेशभर में कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण विधानसभा परिसर में परेड की सलामी ली और शहीद आंदोलकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस मौके पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण पहाड़ का प्रतीक है. हमारी सरकार गैरसैंण के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. गैरसैंण के साथ-साथ सरकार दूरस्थ क्षेत्रों में विकास योजनाओं को पहुंचा रही है. आम आदमी की पहुंच सरकार तक हो रही है और समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास योजनाएं आसानी से पहुंच रही हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 'अटल जी ने उत्तराखंड को समझा है और पहाड़ के दर्द को समझते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों को उत्तराखंड राज्य की सौगात दी'.
इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण परिक्षेत्र का ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में विकास के लिए अगले दस वर्षों में 25 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. गैरसैंण में विकास योजनाओं को सुनिश्चित कराने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी, जो गैरसैंण में विकास कार्यों की समीक्षा करेगी. हमारी प्राथमिकता शुरू से ही दूरस्थ क्षेत्रों के विकास की रही है. इसी क्रम में हमने रूरल ग्रोथ सेंटर प्रारंभ किए. 104 सेंटरों को स्वीकृति दी जा चुकी है, जिसमें 40 से अधिक शुरू भी हो गए हैं.
सीएम त्रिवेंद्र ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में प्रकृति ने जो भी हमें दिया है, उनमें रोजगार की अपार सम्भावनाएं हैं. हम स्वरोजगार को अभियान के तौर पर ले रहे हैं. मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में ऋण और अनुदान की व्यवस्था है. जिलों में स्वरोजगार पर जिला योजना का 40 प्रतिशत खर्च करने के निर्देश दिए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में 1 रुपए में पानी का कनेक्शन दे रहे हैं. कैम्पा में 10 हजार लोगों को रोजगार देने पर काम कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें:राज्य स्थापना दिवस पर राजधानी में भव्य परेड, पुलिसकर्मियों को किया गया सम्मानित