गैरसैंण/चमोली: गैरसैंण में आयोजित बजट सत्र का दूसरा दिन आज उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा कर दी. इस घोषणा के बाद राज्य में खुशी का माहौल है. ये घोषणा करते ना सिर्फ मुख्यमंत्री भावुक हो गए, बल्कि सदन के अंदर बैठे तमाम विधायक भी भावुक हो गए.
आज बजट सत्र के दूसरे दिन राज्य के लिए नया इतिहास लिखा गया है. गैरसैंण को राजधानी बनाने को लेकर काफी लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन के अंदर यह घोषणा कर दी कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जाएगा. सीएम ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी की सौगात पर राज्य को बधाई दी है. वहीं सीएम ने कहा कि वह राज्य आंदोलनकारी रहे हैं और राज्य की भावनाओं से परिचित हैं. यह सौगात राज्य की उन माताओं और बहनों के लिए है, जिन्होंने राज्य के लिए बलिदान दिया है.
भाजपा और कांग्रेस दोनों ने गैरसैंण के मुद्दे को लेकर सियासत किया है, लेकिन कहा जाए तो आज भाजपा ने इस सियासत की लड़ाई को जीत लिया है. सदन में इस घोषणा के साथ ही राज्य में खुशी का माहौल है. दरअसल, 2014 में उत्तराखंड में जब कांग्रेस की सरकार थी. उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा हुआ करते थे. विजय बहुगुणा ने ही गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास किया था.