मसूरी:मसूरी: सालों के इंतजार के बाद पहाड़ों की रानी मसूरी को संयुक्त चिकित्सालय की सौगात मिली है. बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय का लोकार्पण किया. वहीं, मसूरी विधायक गणेश जोशी ने अस्पताल बनने में हुई देरी का जिम्मेदार कांग्रेस की सरकार को ठहराया है. उनका कहना है कि हर बार उन्हें काम करने से रोका जाता रहा और कई अड़चनें भी खड़ी की गईं. लेकिन सालों के बाद ये इंतजार खत्म हो गया है.
मसूरी विधायक गणेश जोशी ने बताया कि अस्पताल का निर्माण कार्य 2010 में शुरू किया गया था. बीजेपी सरकार के पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल ने संयुक्त चिकित्सालय की नींव रखी थी लेकिन सरकार बदलते ही कांग्रेस ने अस्पताल का निर्माण कार्य रुकवा दिया. इसी वजह से अस्पताल के लिए मसूरी वासियों को सालों इंतजार करना पड़ा.
MLA मसूरी ने बताया कि जब उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को सारी परेशानी बताई तो उन्होंने अस्पताल निर्माण का रिवाइस एस्टीमेट तैयार करवाकर वित्तीय स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मसूरी के विकास में उनका कभी सहयोग नहीं किया. इसी वजह से सालों पहले हो जाने वाले काम अब पूरे किये जा रहे हैं.
मसूरी को मिला संयुक्त चिकित्सालय. विधायक जोशी का कहना है कि मसूरी में 258 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुरकुल रोप-वे भी बनाया जाना है. जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि रोप-वे बनने के बाद मसूरी के पर्यटन व्यवसाय में काफी वृद्धि होगी और इसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मसूरी मॉल रोड को व्यवस्थित करने के लिए जल्द छोटे-छोटे वेंडर जोन का निर्माण भी किया जाएगा. जिससे मॉल रोड पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जा सके. इस साथ ही नगर में छोटी-छोटी पार्किंग का भी निर्माण करवाया जाएगा. जिससे पर्यटन सीजन में लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिल सकेगी.