देहरादून:राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिड़ला को निर्विरोध 17वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुन लिया गया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी बिड़ला को 17वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'आप लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर का बखूबी संचालन करने में समर्थ हैं. आपके अध्यक्षीय कार्यकाल के लिए हार्दिक शुभकामनाएं'.
लोकसभा अध्यक्ष के लिए बिड़ला का नाम तय कर मोदी और शाह की जोड़ी ने फिर से लोगों को चौंकाया है. सिर्फ दो बार के सांसद ओम बिड़ला को लोकसभा का अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने संदेश दिया है कि अहम पदों के लिए सिर्फ अनुभव ही नहीं और भी समीकरण मायने रखते हैं.
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नवनिर्वाचित लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के राजनीतिक करियर की बात करें तो चार दिसंबर 1962 को जन्मे ओम बिड़ला 2014 में 16 वीं लोकसभा के चुनाव में पहली बार सांसद बने. फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में वह दोबारा इसी सीट से सांसद बने. इससे पहले 2003, 2008 और 2013 में कोटा से ही विधायक बने. इस प्रकार वह कुल तीन बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं.
कई समितियों के रहे हैं सदस्य
2014 की लोकसभा में ओम बिड़ला को कई समितियों में जगह मिली थी. उन्हें प्राक्कलन समिति, याचिका समिति, ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति, सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया था. ओम बिड़ला सहकारी समितियों के चुनाव में भी रुचि रखते हैं. 1992 से 1995 के बीच वह राष्ट्रीय सहकारी संघ लिमिटेड के उपाध्यक्ष रहे. कोटा में सहकारी समितियों में आज भी उनका दखल बताया जाता है. परिवार की बात करें तो पत्नी अमिता बिड़ला पेशे से चिकित्सक हैं. पिता का नाम श्रीकृष्ण बिड़ला और माता का नाम शकुंतला देवी हैं. दो बेटे और दो बेटियां हैं.