देहरादून: साल 2018 में बड़े तामझाम के साथ तत्कालीन त्रिवेंद्र सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था. समिट का शुभारंभ करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड आए थे. एक लाख करोड़ से भी ज्यादा के एमओयू साइन होने का दावा किया गया था, लेकिन समय के साथ इन्वेस्टर्स समिट धरातल पर आने की जगह धूल फांकती फाइलों में दबकर रह गये. निवेशकों ने उत्तराखंड को अपना बिजनेस डेस्टिनेशन नहीं बनाया.
ऐसे में चुनावी साल आते ही एक बार फिर से इन्वेस्टर्स समिट का जिन्न बोतल से निकलकर बाहर आ गया है. जो काम त्रिवेंद्र सरकार नहीं कर पायी, अब वो प्रदेश के नए नवेले युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी करने की बात कर रहे हैं. सीएम का दावा है कि प्रदेश में उद्योगों को बढ़ाने के लिए एक माहौल तैयार किया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इसको लेकर उद्योगपतियों, गढ़वाल एवं कुमाऊं के चैंबर्स के साथ उद्योग क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से बातचीत भी की जाएगी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा 'अगले एक-दो महीने में उत्तराखंड में बहुत सारे इन्वेस्टर्स आएंगे, जिससे राज्य में तमाम उद्योग देखने को मिलेंगे. जिसके लिए एक माहौल तैयार किया जा रहा है. जल्द ही मुख्य सचिव सभी उद्योगपतियों के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं के चैंबर्स और उद्योग के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से बातचीत करेंगे. साथ ही वो खुद भी इन सभी लोगों से संवाद करेंगे'.