CM धामी ने 'साइबर एनकाउंटर्स' का हिंदी वर्जन किया लॉन्च देहरादून:देश-दुनिया के लिए आज साइबर अपराध एक बड़ी समस्या बन गई है. भारत में साइबर अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. साइबर अपराध को रोकने और लोगों को सजग करने के लिए उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और ओपी मनोचा ने साइबर एनकाउंटर्स नाम से पुस्तक लिखी है. जिसका हिंदी संस्करण आज सीएम पुष्कर सिंह धामी लॉन्च किया.
देहरादून में बहुप्रतीक्षित साइबर एनकाउंटर्स के हिंदी संस्करण को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विमोचन किया. इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण पहले ही बाजार में उपलब्ध है. जबकि आज हिंदी संस्करण को भी लॉन्च किया गया है. साइबर एनकाउंटर पुस्तक विमोचन के मौके पर सीएम, पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी मौजूद रही. इस दौरान दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल भी मौजूद थी. दरअसल इस पुस्तक में साइबर क्राइम के तरीकों, इससे बचाव और पुलिस की चुनौतियां को बताया गया है. इसका मकसद ऐसे अपराधों का शिकार होने वाले लोगों को जागरूक करना है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा जिस तरह से अपराध बढ़ रहे हैं, उसको लेकर यह किताब लोगों को जागरूक करेगी और लोग साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को इस पुस्तक के जरिए समझ सकेंगे. उन्हें उम्मीद है कि लोगों को यह पुस्तक पढ़ने के बाद साइबर क्राइम से लड़ने में मदद मिलेगी. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साल 2025 तक उत्तराखंड को ड्रग फ्री राज्य बनाने की भी बात कही.
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किताब लॉन्चिंग के दौरान साइबर क्राइम के खतरों और इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाने से जुड़ी बातें बताई गई. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा इस पुस्तक में कुल 12 सच्ची घटनाओं पर आधारित कहानियों को बयां किया गया है. जिसमें बहुत ही हैरतअंगेज और आश्चर्यजनक तरीके से लोगों के साथ ठगी की गई और इनमें पुलिस ने भी बेहद मुश्किल प्रयास के बाद गिरफ्तारियां की.
पुलिस महानिदेशक ने कहा साइबर क्राइम होने के बाद ऐसे अपराधियों को पकड़ना बेहद मुश्किल होता है. इसकी बड़ी वजह इन अपराधियों का मीलों दूर बैठकर अपराध करना किसी तरह का कोई फुटप्रिंट न छोड़ना और एक पूरे इलाके का इन अपराधियों का साथ देना भी होता है.