उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

आपदा कंट्रोल रूम से मौजूदा हालात का CM ने लिया जायजा, रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश - आपदा कंट्रोल रूम से मौजूदा हालात का CM ने लिया जायजा

देहरादून में पैदल ही आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में भी पहुंचे, जहां उन्होंने आपदा के हालात का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Aug 20, 2022, 7:11 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पिछले 48 घंटों से कई जगह पर हो रही बरसात के चलते नदियों का जलस्तर उफान पर हैं और इससे कई जगह पर भारी नुकसान का भी आकलन हुआ (damage caused by cloudburst) है. खास तौर पर 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण देर रात बादल फटने (cloudburst in dehradun) की घटनाओं ने कई क्षेत्रों में तबाही का मंजर सामने ला दिया है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) आज आपदा कंट्रोल रूम भी (disaster control room) पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए प्रदेशभर के हालात का जायजा लिया और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू के साथ ही यहां फंसे लोगों को बाहर निकालने समेत उनके खाने-पीने की व्यवस्था के निर्देश भी दिये. उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते और कई इलाकों में बादल फटने के चलते काफी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. प्रदेश में कई सड़क मार्ग बंद हो चुके हैं तो कहीं पर पुल टूटने की भी खबरें सामने आ रही है.

मौजूदा हालात का CM ने लिया जायजा.
पढ़ें- देहरादून में भारी बारिश ने बरपाया कहर, ऐसी हैं बारिश से तबाही की तस्वीरें, देखें Ground Zero रिपोर्ट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर प्रदेश स्थिति का भी इस दैरान जायजा लिया है. मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में अब तक चार लोगों की मौत हो गई है तो 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं. जबकि 3 गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट के माध्यम से अस्पताल में भर्ती भी कराया गया. वहीं घायलों की संख्या अब 13 हो चुकी है.

प्रदेश में भारी बारिश के चलते अब तक कई मकान क्षतिग्रस्त भी हुए हैं. मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में जो भारी बारिश हुई है और उससे जो नुकसान हुआ है उसको लेकर वह गृह मंत्री अमित शाह से भी बात करेंगे. वहीं सेना की भी मदद ली जाएगी. राज्य में 2 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि पांच गौशालाओं पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. उधर चार मार्ग ऐसे हैं, जहां बेहद ज्यादा नुकसान हुआ है और इनको फिर से बनाने में काफी वक्त लगेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details