देहरादून: उत्तराखंड में बाल दिवस 2022 धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक एवं चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस सीएम धामी ने बाल संरक्षण एवं बाल विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों को पुरस्कार वितरित किया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निराश्रितों और बेसहारा बच्चों को सहायता एवं सहयोग के लिए अपनी व्यस्तता के बावजूद समय निकालना वास्तव में मानवता की बड़ी सेवा है. अपने सिवा दूसरों की चिंता करने वालों पर ईश्वर की भी कृपा रहती है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज को प्रेरणा के साथ दिशा देने का भी कार्य करते हैं. मुख्यमंत्री ने समाज हित में कार्यों में संलग्न अनाम लोगों को भी समाज पहचान दिलाये जाने की जरूरत बताई.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता एवं अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (Mukhyamantri Vatsalya Yojana) की घोषणा इसी स्थान से की थी. तब हमने प्रार्थना की थी कि यह योजना लंबी न चले, प्रदेश में कोई बच्चा अनाथ न हो. वो समय बहुत ही दुखदायी रहा है.
मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना से आच्छादित बच्चों से भी भेंट की और बच्चों ने मुख्यमंत्री को मामा कह कर संबोधित किया. उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में हर समय उत्साह और उमंग में रहें. शिक्षा व संस्कार देने वाले शिक्षक का सम्मान करें, जो काम करें पूरे मनोयोग से करें. हर क्षेत्र में सदैव आगे रहने का प्रयास करें और नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करें.
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