देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों से संवाद कर उनका फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को और मजबूती दी जाएगी. उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सके, इसके लिए मांग आधारित उत्पादन किया जाए. साथ ही यह प्रयास किया जाएगा कि समूहों का टाईअप बड़ी कम्पनियों से हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. इन्हें और अधिक मजबूती दी जाएगी. इन समूहों को क्या समस्याएं आ रही हैं, उनके अनुसार राज्य सरकार और क्या कर सकती है, इसे जानने के लिए यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया.
मांग आधारित उत्पादन:सीएम ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों की बेहतर कीमत मिल सके, इसके लिए बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन किए जाने की जरूरत है. निजी कंपनियों के साथ समूहों के ज्वाइंट वेंचर की संभावनाएं भी देखी जाएंगी. दीनदयाल अन्त्योदय-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार के माध्यम से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्तियों को सशक्त करना है.
स्वरोजगार कैंप लगाए जाएंगे:मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित होती हैं. इसलिए राज्य सरकार रिक्त पदों पर भर्ती के साथ ही लाखें लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने पर फोकस कर रही है. लोगों को बहुत बार औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण बैंक से ऋण स्वीकृत नहीं हो पाता है. इन समस्याओं को देखते हुए हमने कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं, जहां सरकार के अधिकारी और बैंक अधिकारी मौके पर ही फार्म भरने और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में सहायता करेंगे.