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CM Dhami Meeting: सीएम धामी ने सहकारिता विभाग को पर्वतीय जिले में आजीविका बढ़ाने के दिए निर्देश

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Published : Feb 14, 2023, 5:44 PM IST

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में सहकारिता विभाग के मंत्री डॉ धन सिंह रावत और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के पर्वतीय जिलों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के और बेहतर प्रयास करने को कहा. साथ ही जनकल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने को कहा.

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सीएम धामी ने सहकारिता विभाग को दिए निर्देश.

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक. इस दौरान धामी ने विभागीय अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. सीएम ने कहा राज्य के पर्वतीय जनपदों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए सहकारिता के क्षेत्र में और प्रयासों की जरूरत है. सहकारी बैंकों द्वारा एनपीए को कम करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जाएं.

बैंकों को ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने की दिशा में विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में और प्रयासों की आवश्यकता है. सरकार की विभिन्न योजनाओं का आमजन अधिक से अधिक फायदा ले सकें, इसके लिए ऐसी व्यवस्था की जाए कि एक जैसी योजनाओं के तहत लोगों को संबंधित विभागों की योजना का लाभ उठा सकें और उन्हें मिश्रित लोन लेने की सुविधा मिल सके.

मुख्यमंत्री ने कहा लोगों की आजीविका को बढ़ाने के लिए राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए. कलस्टर आधारित अप्रोच पर अधिक ध्यान दिया जाए. पर्वतीय जनपदों में सहकारिता आधारित कार्यों को तेजी से बढ़ाने की आवश्यकता है. राज्य में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जाएं. इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए.
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सीएम धामी ने कहा आमजन को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके, सहकारी बैंकों के माध्यम से लोन की प्रक्रियाओं के सरलीकरण की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए. सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की आमजन को गोष्ठियों एवं कैंप के माध्यम से जानकारी दी जाए.

वही, सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा पिछले 5 सालों में राज्य के सहकारी बैंकों में एनपीए में तेजी से कमी की गई है. 5 साल पहले एनपीए लगभग 20 प्रतिशत था, जो अब घटकर 3.81 प्रतिशत है. सहकारी बैंकों के माध्यम से मोबाईल बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य में सभी पैक्स का कंप्यूटराइजेशन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है. सहकारी बैंकों में आईबीपीएस के माध्यम से भर्तियां की जा रही हैं.

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