देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चारधाम यात्रा 2022 की तैयारियों को लेकर सचिवालय में बैठक की. बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव एसएस संधु, पर्यटन विभाग के अधिकारी व चारों धामों के विधायक भी मौजूद रहे. इसके साथ ही चारों जिलों के डीएम, एसएसपी, एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. बैठक में सुगम यात्रा और यात्रियों की सुविधा को लेकर तैयारियों पर चर्चा की गई. 3 मई से चारधाम यात्रा की शुरूआत होने जा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया कि बजट सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा में होगा.
बैठक के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से कहा कि प्रदेश जिस तरह से पिछले 2 सालों से कोविड-19 की दुश्वारियां से घिरा हुआ था. ऐसे में अब प्रदेशवासियों की उम्मीदों का बढ़ना भी स्वाभाविक है. सीएम धामी ने कहा कि अब सरकार का पूरा फोकस चारधाम यात्रा पर है. उन्होंने प्रदेश वासियों को आश्वासन दिया है कि सरकार की तरफ से चारधाम यात्रा को लेकर सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाएगी. प्रदेश सरकार की पूरी कोशिश होगी कि किसी भी श्रद्धालु को यात्रा में कोई परेशानी ना हो और यात्रा मार्गों पर सभी व्यवस्थाएं पूरी हो.
वहीं, धामी सरकार का बजट सत्र राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा में होगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका ऐलान किया है. सीएम धामी ने कहा कि सरकार इसके लिए पूरी तैयारी करेगी. गौरतलब है कि हरीश रावत सरकार के दौरान विधानसभा में यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि सरकार का हर बजट सत्र गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा में आहूत होगा. इसी परंपरा को त्रिवेंद्र सरकार ने जारी रखा और अब धामी सरकार ने भी बजट सत्र वहीं आहूत करने के संकेत दे दिए हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि चार धाम यात्रा के माध्यम से देश-विदेश में 'अतिथि देवो भव:' का संदेश जाना चाहिए. इस बार बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है. चार धाम यात्रा की तैयारियां उसी के अनुरूप सुनिश्चित की जाएं. उन्होंने यात्रा को श्रद्धालुओं की लिए अधिक से अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये.
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर, सभी आवश्यक सुधार कार्य यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व सुनिश्चित करने को कहा है. साथ ही संबंधित जिलाधिकारियों को भी यात्रा मार्गों पर कार्यों की प्रगति की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये है. मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में तत्काल खोलने के लिए जरूरी मशीनों की व्यवस्था व तैनाती करने को कहा है. यात्रा मार्ग से संबंधित सड़कों पर कहीं भी मलबा या कचरा न रहे इसके भी निर्देश दिये गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रबंधन में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाए. ट्रैफिक प्रबंधन व संचालन के लिए ड्रोन का भी प्रयोग किया जाए. साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टोल फ्री नम्बर जारी किया जाए जिस पर यात्रा से संबंधित हर प्रकार की जानकारी हो. वहीं, इस नम्बर को व्यापक प्रचारित भी किया जाए. इस साल बहुत बड़ी संख्या में यात्रियों के आने की सम्भावना है. किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था हो. यात्रा मार्गों पर जगह-जगह पर्याप्त संख्या में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. साथ ही डायवर्जन और वैकल्पक मार्गों की व्यवस्था भी कर ली जाए. इसके लिए जगह-जगह पर साइन बोर्ड भी लगाने को कहा है.