देहरादूनःहर साल 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Day of the Girl Child) मनाया जाता है. हर साल की तरह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने 162 मेधावी छात्राओं को स्मार्टफोन वितरित किए. यह स्मार्टफोन सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप करने वाली बालिकाओं को दिए.
बता दें कि इस बार ब्लॉक और जिला स्तर पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से 162 टॉपर बालिकाओं का चयन किया गया था. जिन्हें आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से स्मार्टफोन देकर सम्मानित किया गया. यह स्मार्टफोन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की बाल कल्याण निधि के अंतर्गत संचालित बालिका शिक्षा प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत खरीदे गए हैं.
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कन्या भ्रूण हत्या पर लगाम लगने पर उत्तराखंड बनेगा देवी की भूमिःबालिकाओं को दिए गए स्मार्टफोन में महिला सुरक्षा से संबंधित पैनिक बटन, महिला हेल्पलाइन नंबर समेत अन्य एप अपलोड किए गए हैं. जिससे जरूरत पड़ने पर बेटियां अपने स्मार्टफोन के माध्यम से मदद मांग सकती हैं. इस दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि प्रदेश में भ्रूण हत्या पर 100% विराम लगाने के लिए एकजुट होने की जरूरत है. तभी उत्तराखंड देवभूमि होने के साथ ही देवी की भूमि बन सकेगा. रुढ़िवादी मानसिकता से बाहर आकर लैंगिक समानता लानी है.
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पोर्टल से छात्रों को मिलेगी देश-दुनिया की जानकारीःवहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जल्द ही सरकार छात्र-छात्राओं के लिए एक पोर्टल लेकर आ रही है. जिसके माध्यम से छात्र-छात्राओं को देश और दुनिया की जानकारी मिल सकेगी. वहीं, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं भी दी.
बालिकाओं के लिए शुरू होगा मैत्रैयी मेंटरशिप कार्यक्रमःमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जल्द ही मैत्रैयी नाम से छात्राओं के लिए मेंटरशिप कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. इसके लिए एक पोर्टल भी विकसित किया जा रहा है.
हर घोषणा हो रही पूरीःराज्य सरकार ने युवाओं के हित में अनेक निर्णय लेकर उन पर काम शुरू किया है. 24 हजार रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन को निशुल्क किया गया है. उन्होंने कहा कि हम अपनी हर घोषणा को पूरा कर रहे हैं. जो काम शुरू कर रहे हैं, उसे पूरा भी करेंगे. जो भी राहत पैकेज घोषित किए, उनकी राशि लाभार्थियों के खातों में जानी शुरु हो गई है.
बालिकाएं शक्ति का प्रतीकःमुख्यमंत्री धामी ने बालिकाओं को शक्ति का प्रतीक बताया. साथ ही कहा कि उन्होंने बचपन से दो बातें जीवन में अपनाई हैं. अनुशासित रहना और अपने कमिटमेंट का पक्का रहना. आज का युग आईटी का युग है. कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का महत्व बढ़ा है. इसे देखते हुए प्रदेश की सरकारी स्कूलों के कक्षा 10 व 12 और डिग्री कालेजों के छात्र-छात्राओं को निशुल्क मोबाइल टेबलेट देने का निर्णय लिया है. इसे जल्द ही लागू किया जाएगा.
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पूरे मनोयोग से करें काम तो मिलती है सफलताःमुख्यमंत्री धामी ने कहा कि साधारण परिस्थितियों में जन्में लोग असाधारण यात्रा करते हैं. पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उदाहरण हैं. प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण में काफी काम किया है. स्वच्छ भारत मिशन में पूरे देश में शौचालयों के निर्माण, उज्जवला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना महत्वपूर्ण हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ना है तो समय का पूरा सदुपयोग करें. जो भी काम करें, पूर्ण मनोयोग से करें. एक बार किसी लक्ष्य का संकल्प लें तो उसके विकल्प के बारे में नहीं सोचना चाहिए.
शिक्षा से ही महिला सशक्तिकरण संभवःविधायक झबरेड़ा देशराज कर्णवाल ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने बालिका शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण बताया था. शिक्षा से ही महिला सशक्तिकरण संभव है. सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुल 162 मेधावी छात्राओं को स्मार्टफोन दिए गए हैं.