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CM ने शहीद राजेंद्र को दी श्रद्धांजलि, पत्नी को सरकारी नौकरी देने का एलान - CM tribute Rajendra Singh Negi

शहीद राजेंद्र सिंह नेगी के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पुष्प अर्पित कर शीश नवाते हुए श्रद्धांजलि दी. उन्होंने राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी देने का एलान किया.

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CM ने शहीद राजेंद्र को दी श्रद्धांजलि

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Published : Aug 20, 2020, 10:22 AM IST

Updated : Aug 20, 2020, 11:50 AM IST

देहरादून:जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में पहाड़ की चोटी से पांव फिसलकर शहीद हुए राजेंद्र सिंह नेगी के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पुष्प अर्पित कर शीश नवाते हुए श्रद्धांजलि दी. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शहीद राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी देने का एलान किया. शहीद के पिता ने इस पर सीएम का आभार जताया है. वहीं, बेटे का पार्थिव शरीर ढूंढने के लिए भी उन्होंने सरकार का आभार व्यक्त किया.

CM ने शहीद राजेंद्र को दी श्रद्धांजलि,

इसके साथ ही अंतिम विदाई के दौरान सेना के अधिकारियों और सैकड़ों लोगों ने अंबीवाला स्थित आवास पर पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. श्रद्धाजंलि और सलामी के बाद पार्थिव शरीर को हरिद्वार पहुंचाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

शहीद की बेटी अंजलि ने बताया कि वो सेना में जाना चाहती हैं और देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. उन्होंने बताया कि वो लगातार अपने पिता के लापता होने के दौरान उनकी चिंता में थे. बेटी अंजलि ने कहा कि पिता से जब बात होती थी तो वह कहते थे कि वो परिवार को घुमाने ले जाएंगे. वहीं, शहीद राजेंद्र सिंह नेगी के चचेरे भाई दिनेश नेगी ने सभी को इस पल में धन्यवाद करते हुए इस मुश्किल पल में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.

दरअसल, राजेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर विशेष विमान से श्रीनगर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया. वहां से मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया. आज अंबीवाला स्थित आवास पर मुख्यमंत्री और सेना के अधिकारियों ने उन्हें सलामी दी. जिसके बाद हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

पढ़ें-आज हरिद्वार में होगा शहीद राजेंद्र सिंह नेगी का अंतिम संस्कार, सीएम देंगे सलामी

बता दें कि, 8 जनवरी 2020 को ड्यूटी के दौरान एवलॉन्च आने से वह फिसलकर पाकिस्तान की सीमा की तरफ गिर गए थे. सेना ने काफी दिनों तक रेस्क्यू किया लेकिन उनका पता नहीं चल पाया था. जिसके बाद 21 मई को सेना ने उन्हें बैटल कैजुअल्टी मानते हुए शहीद घोषित कर दिया था. आठ माह बाद 15 अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उनका शव बरामद किया. तब से उनका पार्थिव शरीर सेना के श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल में रखा गया था.

Last Updated : Aug 20, 2020, 11:50 AM IST

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