ऋषिकेश:मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्यों की स्थिति जानने के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को रेलवे लाइन निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही अधिकारियों को कहा कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा. ऐसे में कार्यों में गुणवत्ता, गति और पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाए.
बैठक के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि 125.20 किमी की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. जिसमें कुल 105.47 किमी में 17 टनल बनाए जा रहे हैं. वहीं, ऋषिकेश में रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य में एक सुरंग का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. जबकि, पांच में निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके साथ ही बैठक में जानकारी दी गई कि तीन प्रमुख रेलवे ब्रिज पर कार्य प्रारंभ हो चुका है. जिसमें चंद्रभागा नदी पर 300 मीटर का ब्रिज, लछमोली में अलकनंदा नदी पर 275 मीटर का ब्रिज और श्रीनगर में अलकनंदा पर 450 मीटर का ब्रिज शामिल है. वहीं, शेष पुलों का कार्य टनल निर्माण के साथ ही किया जाएगा. इसके साथ ही श्रीनगर, गौचर और सिवाई (कालेश्वर) में एप्रोच रोड का कार्य प्रगति पर है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद उत्तराखंड की जनता, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी सुविधा होगी. इसके साथ ही ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर एक गुलाब की वाटिका भी विकसित की जाएगी. जिसमें विभिन्न प्रजातियों के गुलाब लगाए जाएंगे, जो एक आकर्षण का केंद्र भी बनेगी. वहीं, उत्तरकाशी से डोईवाला रेलवे लाइन के सर्वे का काम पूरा हो गया है.
CM ने RVNL के अधिकारियों से की बैठक, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में गति लाने के दिए निर्देश - uttarakhand Ministry of Railways
सीएम ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्यों की स्थिति जानने के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कार्य में गति दिने के निर्देश दिए.
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बैठक के दौरान रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने डोईवाला-उत्तरकाशी-बड़कोड़ रेलवे लाइन की भी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इस रेल लाइन का सर्वे किया जा चुका है. सर्वे का कार्य मार्च 2018 से किया जा रहा था. इस प्रोजक्ट में कुल 24 हजार करोड़ रूपये की लागत का अनुमान है. इस रेलवे प्रोजेक्ट में उत्तरकाशी से डोईवाला तक कुल 10 स्टेशन बनाने के लिए सर्वे किया गया है. इस रेल लाईन के लिए 24 टनल और 19 ब्रिज के लिए सर्वे किया गया है. यह रेल लाइन लगभग 122 किमी की होगी. जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रेल लाइन उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने, कृषि बागवानी और स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी मददगार साबित होगी.