उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिला हरिद्वार का दौरा किया. साथ ही उन्होंने लक्सर सहित विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया और स्थिति का जायजा लिया. इसके अलावा उन्होंने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
ग्राउंड जीरो पर उतरे CM धामी, हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर और नाव से लिया जायजा, सेना देगी मदद - Heavy rain in Uttarakhand
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार पहुंचे और जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और नाव से सर्वेक्षण किया. इसके अलावा उन्होंने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को प्रभावित लोगों को आवश्यक सामान पहुंचाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही सेना ने भी मदद का भरोसा दिलाया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में अत्यधिक वर्षा के बाद की स्थिति और आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की. सीएम ने स्थिति पर लगातार नजर रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया. इसी बीच उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावितों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी उपलब्धता हो. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारी बारिश के चलते प्रदेश में आपदा के जो हालात बने हैं, उनसे निपटने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ भारतीय सेना को भी बुलाया गया है. जिसमें फिलहाल अभी सेना को स्टैंडबाई मोड पर रखा गया है. सीएम धामी ने कहा कि अगर प्रदेश में पुल टूटने की वजह से कोई बड़ी आपदा आती है तो फिर सेना की मदद ली जाएगी और सेना ने भी पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं. उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है. कुदरत के रौद्र रूप लेने से नदी नाले उफान पर हैं. जिससे लोग डर के साए में जी रहे हैं और घर में दुबक कर बैठे हैं. देवभूमि में बहने वाली तमाम नदियां खतरे के निशान को छूने की कगार पर हैं. इसके अलावा चारधाम यात्रा भी बारिश के कारण प्रभावित हो रही है. पहड़ियां दरकने से जगह-जगह भूस्खलन की स्थिति पैदा हो रही है. जिससे मार्गों पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं.