देहरादून: दिल्ली एमसीडी चुनाव के परिणाम(delhi mcd election results) घोषित हो गये हैं. दिल्ली में दिल्ली एमसीडी चुनाव में बीजेपी 15 साल बाद MCD की सत्ता से बाहर हो गई है. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी चुनाव में 134 सीटें जीतकर एमसीडी पर कब्जा कर लिया है. दिल्ली एमसीडी चुनाव में भाजपा की हार के साथ ही नेताओं के परफॉर्मेंस का भी आकलन होने लगा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले में अब विपक्षी दलों के निशाने पर हैं. दरअसल सीएम धामी जिन वार्डों में प्रचार किया था, वहां अधिकतर सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा.
जानकारी के अनुसार सीएम धामी जिन वार्डों के प्रचार के लिए पहुंचे, उनमें अधिकतर सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है. बता दें दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंडियों की संख्या लाखों में है. शायद इसीलिए भाजपा हाईकमान ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम मंत्रियों और भाजपा संगठन को दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए जिम्मेदारी दी थी. माना जाता है कि दिल्ली के करीब 20 से 25 वार्डों में प्रवासी उत्तराखंडियों की संख्या निर्णायक भूमिका में रहती है. ऐसे में इन्हीं वार्डों में उत्तराखंड के बड़े नेताओं को प्रचार के लिए लगाया गया.
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आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड संयोजक जोत सिंह बिष्ट ने कहा दिल्ली एमसीडी चुनाव के परिणामों ने यह जाहिर कर दिया है कि न केवल प्रवासी उत्तराखंडियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को नकार दिया है, बल्कि भाजपा पर भी अब जनता का विश्वास नहीं रहा है. दिल्ली में जिन वार्डों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रचार के लिए पहुंचे उन सीटों पर भाजपा संगठन और सरकार के दूसरे मंत्री विधायक भी जुटे हुए थे, वहां ज्यादा सफलता नहीं मिली है.