देहरादून:श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह भव्य तरीके से मनाया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उपस्थित रहे. सीएम धानी ने विश्वविद्यालय के छात्रों को पीएचडी, स्नातकोत्तर और स्नातक स्तर की शिक्षा पूरी होने पर डिग्री प्रदान की, साथ ही मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. इस दीक्षांत समारोह में कुल 5386 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं. इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रदान की गई डिग्रियां: दीक्षांत समारोह में 5386 छात्र-छात्राओं को प्रदान की गई डिग्री: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में कुल 5386 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई. इन विद्यार्थियों में से 218 को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. स्वर्ण पदक हासिल करने वालों में पोस्ट ग्रेजुएशन के 156 और स्नातक के 62 छात्र शामिल हैं. इसके साथ ही 34 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है.
कुलाधिपति ट्रॉफी से सम्मानित हुए 4 विद्यार्थी:दीक्षांत समारोह में 4 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति ट्रॉफी से सम्मानित किया गया. इनमें स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड साइंस के अंतर्गत मास्टर ऑफ साइंस (बायोटेक्नोलॉजी) के हीरा सिंह गरिया, स्कूल ऑफ कम्प्यूटर एप्लिकेशन एंड इन्फारमेशन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लिकेशन से निधि यादव, बैचलर्स ऑफ कम्प्यूटर एप्लिकेशन से दृष्टांत शर्मा और बैचलर्स ऑफ कम्प्यूटर एप्लिकेशन से ही सत्यम सिंह शामिल हैं. दीक्षांत समारोह में श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज के छात्र मयंक गुप्ता को आरके बंसल मेमोरियल अवॉर्ड (फॉरेंसिक मेडिसिन, वर्ष 2022) से सम्मानित किया गया है.
देश सेवा ही मुख्य लक्ष्य: विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यूएस रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना 2017 में श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के अंतर्गत की गई थी. उन्होंने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय सहभागिता एवं सहयोग विस्तार पर ध्यान देते हुए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके रिसर्च के लिए बहुसंस्थागत केंद्र विकसित करने के लिए प्रयासरत है. विश्वविद्यालय को 38 एमओयू और मल्टीपल रिसर्च लिंकेज के साथ राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है. उन्होंने बताया कि इस दिशा में विश्वविद्यालय ने 25 से अधिक पेटेंट प्रकाशित किए हैं जिनमें से 8 को सम्मानित किया जा चुका है. साथ ही विश्वविद्यालय ने बीते 6 वर्षों में 1400 से अधिक रिसर्च पेपर प्रकाशित किए हैं. उन्होंने कहा कि आज यहां से 5 हजार से ज्यादा छात्र देश के अलग-अलग क्षेत्रों में सेवाओं के लिए जाएंगे या फिर अपने विषय में और शोध करेंगे, जो देश सेवा के प्रति विश्विद्यालय की बड़ी उपलब्धि है.