देहरादून:नशे का काला कारोबार तेजी से देहरादून को अपनी गिरफ्त में ले रहा है. प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है. वहीं शिक्षा के हब के नाम से मशहूर देहरादून शहर में तेजी के साथ नशे का कारोबार फल-फूल रहा है. जिसमें विशेषकर युवा वर्ग और बच्चे इसकी गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं. ऐसे में बाल आयोग की ओर से पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था को पत्र भेज राजधानी में तेजी से फल-फूल रहे नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान चलाने को कहा गया है.
दून में कबाड़ चुनने वाले बच्चों को बनाया जा रहा नशेड़ी, बाल आयोग ने लिखा पत्र - Dehradun Drug Trafficking News
बाल आयोग को शहर की कुछ निजी समाजसेवी संस्थाओं की ओर से शिकायती पत्र भेजा गया है. इसमें यह बताया गया है कि शहर में कबाड़ इकट्ठा करने वाले बच्चों को कबाड़ के बदले पैसे देने के बजाय नशे की पुड़िया थमाई जा रही है.
दरअसल, हाल ही में बाल आयोग को शहर की कुछ निजी समाजसेवी संस्थाओं की ओर से शिकायती पत्र भेजा गया है. पत्र में यह बताया गया है कि शहर में कबाड़ इकट्ठा करने वाले बच्चों को कबाड़ के बदले पैसे देने के बजाय नशे की पुड़िया थमाई जा रही है. जिसका सेवन कर एक तरफ कबाड़ इकट्ठा करने वाले बच्चे नशे के आदी हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ बच्चे इस नशे को शहर के अन्य कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों को बेच रहे हैं.
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बाल आयोग की तरफ से पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था को लिखे गए पत्र में पुलिस महकमे की ओर से नशे के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सत्य के तहत कबाड़ बेचने वाली दुकानों पर विशेष रूप से निगरानी करने को कहा गया है. साथ ही नशा बेचने वाले कबाड़ियों पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए 15 दिन में आयोग को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.