मसूरी:इंटरनेशनल स्कूल मसूरी ने अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम टैलेंट फेस्टा विरासत का आयोजन किया. इस दौरान स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया. बच्चों की शानदार प्रस्तुति की लोगों ने जमकर तारीफ की. कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को एक मंच प्रदान करने और उनकी छिपी प्रतिभा को निखारना था.
मसूरी में टैलेंट फेस्टा में प्रस्तुति देते बच्चे कार्यक्रम विद्यालय के सभागार में वैदिक मंत्रोच्चार से आरंभ हुआ. विद्यालय के तीनों सदन गायत्री, संतोषी, लक्ष्मी की छात्राओं ने अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का लोहा मनवाया. निर्णायक गण के सदस्य निर्णय करने से पहले असमंजस में दिखाई दिये. यह कार्यक्रम विद्यालय के छात्रों को एक मंच प्रदान करने और उनकी छिपी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य के लिए किया जाता है. जहां वे अपनी कला और साहित्यिक प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकते हैं. कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के सभागार में स्कूल की प्रधानाचार्य मीता शर्मा ने किया.
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कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक चांटिंग प्रतियोगिता से हुआ, जिसमें छात्रों ने वेदों के प्रमाणिक श्लोकों को सुंदरता और आवाज के साथ प्रस्तुत किया. इसके बाद नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को अपनी कहानी और समस्याओं को व्यक्त करने का मौका दिया. संगीत की दुनिया में आगे बढ़ते हुए, एक लोक उत्सव के तहत आयोजित किया गया. इसमें वादक छात्रों ने भारतीय और पश्चिमी संगीत के सुंदर गीतों को प्रस्तुत किया. हिन्दुस्तानी गायन प्रतियोगिता में संगीत के उदात्त रागों के साथ, सभी गायकों ने अपनी अद्वितीय आवाज को प्रदर्शित किया.
लोगों ने बच्चों की प्रतिभा की जमकर की तारीफ यह प्रतियोगिता सभी के मनोहर गानों के लिए एक मंच साबित हुई. इसके अलावा, पश्चिमी संगीत के प्रशंसकों के लिए वेस्टर्न सिंगिंग की भी प्रतियोगिता आयोजित की गई. यहां छात्रों ने प्रमुख पश्चिमी संगीत के गानों को अपनी अद्वितीय आवाज के साथ निभाया. छात्रों ने मेहंदी कला में अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका प्राप्त किया. प्रतियोगिता में सभी छात्रों ने खुद के नवीनतम और अद्वितीय डिजाइन को प्रदर्शित किया, जो बहुत ही रंगीन और सुंदर थे.
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सदन अनुसार गायत्री, संतोषी और लक्ष्मी की छात्राओं ने भारत के पारंपरिक भरतनाट्यम नृत्य, कथक, विभिन्न राज्यों के लोकनृत्य का प्रदर्शन करके अपनी सर्वोत्तम प्रतिभा का मंचन किया. स्कूल के तीनों सदनों की छात्राओं की प्रतिभा को देखने के बाद निर्णायक मंडल के सदस्यों ने गहन मंथन करके अपना निर्णय दिया. तीनों सदनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देखकर सभागार में उपस्थित अभिभावक रोमांचित दिखाई दिये. अंत में विद्यालय के गायत्री, संतोषी और लक्ष्मी सदन की छात्राओं की कई दिनों की कठिन मेहनत का परिणाम देने की घड़ी आ गयी.
कार्यक्रम में शानदार प्रस्तुति देते बच्चे जिसमें प्रथम स्थान पर विगत वर्ष की भांति लक्ष्मी सदन की छात्राओं ने 59 अंकों के साथ बाजी मारी. द्वितीय स्थान पर गायत्री सदन की छात्राएं 46 अंकों के साथ उपविजेता बनीं. संतोषी सदन की छात्राओं को तीसरे स्थान पर 42 अंकों के साथ संतोष करना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ लक्ष्मी सदन की छात्राओं का जोश देखने लायक था.