उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

उत्तराखंड में तेजी से पैर पसार रहा चिकनगुनिया, पर्याप्त टेस्टिंग किट उपलब्ध नहीं!

उत्तराखंड के चार जिलों में चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग को चिकनगुनिया टेस्टिंग के लिए भी पर्याप्त किट उपलब्ध नहीं हो पा रही है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डिमांड के हिसाब से टेस्टिंग किट जिलों में उपलब्ध करवाई जा रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Nov 16, 2022, 3:15 PM IST

देहरादून:उत्तराखंड में इन दिनों वायरल फीवर और डेंगू का प्रकोप चल रहा है. वहीं, दूसरी ओर चिकनगुनिया के मामले भी रोजना तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. आलम यह है कि प्रदेशभर से रोजाना 10 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, सूबे के 4 जिलों में चिकनगुनिया बीमारी तेजी से फैल रही है. जिसमें देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिला शामिल है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के इन चार जिलों में अब तक 369 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में तेजी से बढ़ रहे चिकनगुनिया के मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.

बता दें कि जहां उत्तराखंड के चार जिलों में चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग को चिकनगुनिया की पर्याप्त टेस्टिंग किट उपलब्ध नहीं हो पा रही है. दरअसल, चिकनगुनिया बीमारी की टेस्टिंग किट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी पुणे से ही प्राप्त होती है और ये किट प्राइवेट में उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते थोड़ी-थोड़ी मात्र में ही टेस्टिंग किट उत्तराखंड को उपलब्ध हो पा रही है.

उत्तराखंड में तेजी से पैर पसार रहा चिकनगुनिया.

पढ़ें-'यू कोट वी पे' फार्मूले के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में तैनात किए जाएंगे स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स

हेल्थ डिपार्टमेंट के डेटा के मुताबिक, सितंबर से लेकर 15 नवंबर तक करीब 380 से ज्यादा मामले चिकनगुनिया के सामने आ चुके हैं. वहीं, टेस्टिंग किट उपलब्धता की शिकायतें भी लगातार सामने आ रही है. स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार का कहना है कि चिकनगुनिया टेस्टिंग किट डिमांड के आधार पर उपलब्ध करवाई जा रही है. राहत की बात ये है कि अभी प्रदेश में चिकनगुनिया से कोई डेथ रिकॉर्ड में नहीं है. वहीं, इस साल डेंगू के केस भी लगातार सामने आ रहे हैं. अभीतक प्रदेश में 2200 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details