देहरादून: प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने हिमालय की गोद मे बसे ग्रामीण अंचलों में दौरा किया. इस दौरान उन्होंने यहां के लोगों से बीत की और यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को जाना और समझा. 2 दिवसीय दौरे से लौटे मुख्य सचिव ने बताया कि उन सारे विषयों को नजदीक से देखा जो कि इन लोगों के लिए इस क्षेत्र में बसे रहने के लिए सबसे जरूरी हैं.
मुख्य सचिव ने सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ के धारचूला तहसील के सीमांत क्षेत्र ब्यास घाटी में पड़ने वाले गांव बूंदी, गर्ब्याल, नप्लचु, गुंजी, नाबी, रोंगकांग और कुटी सहित कुल 7 गांवों का भृमण किया. मुख्य सचिव ने बताया कि सूबे के बॉर्डर एरिया से लगे इन अंचलों में परिस्थितियां तो काफी विपरीत है लेकिन यहां के लोगों में गर्मजोशी और जज्बा काबिले तारीफ है. मुख्यसचिव ने बताया कि राज्य की तमाम योजनाएं इन तक भी पहुंच रही हैं. हालांकि, काफी कुछ अभी इन क्षेत्रों के लिए किया जाना अभी भी बाकी है.
मुख्य सचिव ने बताया कि उनको गूंजी पंचायत, कुत्ती पांवहायत में लोगों के साथ समय बिताने का मौका मिला. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से वहां के हालातों और जरूरतों पर बातचीत की, जिसमे निकल कर आया कि इन क्षेत्रों में पर्यटकों के बढ़ते रुझान के चलते होमस्टे योजना में काफी काम हुआ है. सुदूर हिमालय अंचलों में बसे प्राकृतिक और सुंदर पहाड़ी शिल्प के आशियाने पर्यटकों को खूब भा रहे हैं. लेकिन इसके अलावा अभी भी इन क्षेत्रों में रोजगार की अन्य संभावनाओं को तलाशने की बेहद जरूरत है, उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में जड़ी बूटी उत्पादन के रूप में हॉर्टिकल्चर कई अत्यधिक संभावनाएं है.