देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने का है, ताकि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इसका लाभ मिल सके. यही कारण है इन दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विकास योजनाओं का पिटारा खोल रखा है. शुक्रवार को भी उन्होंने अपनी डोईवाला विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले बद्रीपुर में 508.75 लाख रुपए की योजनाओं का शिलान्यास तो वहीं 416.06 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण किया.
डोईवाला विधानसभा क्षेत्र को मिली सौगात
- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में जिन योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें मुख्यमंत्री की घोषणा के अन्तर्गत 151.13 लाख की लागत से बद्रीपुर पेयजल योजना का सुदृढ़ीकरण (कार्य भाग 3)
- बद्रीपुर समीप तुलिप फार्म में 160.27 लाख की लागत का 1000 किलो लीटर क्षमता के ऊर्ध्व जलाशय का निर्माण कार्य.
- वैभव विहार नवादा में 99.75 लाख की लागत से 600 किली क्षमता के ऊर्ध्व जलाशय का निर्माण कार्य.
- 97.60 लाख की लागत से हरिपुर नवादा ग्राम सभाओं में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को बदलने का कार्य का शिलान्यास शामिल है.
- इसके साथ ही लोकार्पण की गई योजनाओं में विधानसभा क्षेत्र डोईवाला के अन्तर्गत हरिपुर नवादा वैभव विहार में नाले पर 9.21 लाख की लागत से पुलिया व सीसी मार्ग निर्माण.
- बद्रीपुर तिलवाड़ी में 12 लाख की लागत से अम्बेडकर भवन का निर्माण.
- 105.22 लाख की लागत से हरिपुर नवादा पेयजल योजना का सुदृढ़ीकरण कार्य.
- 96.34 लाख की लागत से हरिपुर नवादा ग्राम सभाओं में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को बदलने का कार्य (भाग 1).
- 97.17 लाख की लागत से बद्रीपुर पेयजल योजना का सुदृढ़ीकरण कार्य (भाग 2).
- 96.12 लाख की लागत से बद्रीपुर पेयजल योजना (भाग 3) का सुदृढ़ीकरण कार्य का लोकार्पण शामिल है.
सीएम ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां
इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि जिन कार्यों का आज शिलान्यास हुआ है उन्हें गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जाए. उनकी सरकार का प्रयास है कि जनता को पर्याप्त मात्रा में पेयजल की आपूर्ति हो. 18 मार्च को राज्य सरकार के 04 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं. इन चार सालों में कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किये गए हैं. सड़कों के क्षेत्र में राज्य में काफी कार्य हुआ है. चिकित्सा के क्षेत्र में सरकारी संस्थाओं की कई जगह सम्मानित किया गया है.
जीरो टॉलरेंस की नीति से भ्रष्टाचार पर परास्त हुआ
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप भराड़ीसैंण (गैरसैंण) को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है. भराड़ीसैण को आदर्श पर्वतीय राजधानी का रूप दिया जाएगा. जीरो टॉलरेंस की नीति ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है. ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैश बोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्य संस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है.