देहरादून:राजधानी देहरादून में बढ़ रहे डेंगू रोगियों के मामलों की गंभीरता को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान (Jharna Kamthan) ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) का औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने अस्पताल में अवस्थित डेंगू रोगी के वार्ड और आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया. साथ ही भर्ती रोगियों का हालचाल जाना और अस्पताल प्रबंधन से उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली.
उन्होंने संबंधित स्टाफ से उपचार और दवाई की उपलब्धता को लेकर भी जानकारी हासिल की. डेंगू से संबंधित और भर्ती मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो उसको लेकर उन्होंने अस्पताल के मेडिकल स्टाफ को जरूरी दिशा निर्देश दिए. उन्होंने बोर्ड में भर्ती रोगियों से स्वास्थ्य उपचार सुविधा और भोजन आदि के बारे में भी बातचीत की. अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि वर्तमान समय में डेंगू वार्ड में 3 मरीज भर्ती हैं, जिनके स्वास्थ्य में काफी सुधार है.
मुख्य विकास अधिकारी ने किया कोरोनेशन अस्पताल का निरीक्षण अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने मुख्य विकास अधिकारी को बताया कि वर्तमान में अस्पताल के वार्ड में 7 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं, जिनमें से 4 बेड रिक्त हैं. मुख्य विकास अधिकारी ने अस्पताल के अधिकारियों से डेंगू मरीजों की प्रतिदिन की सूचना उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं. देहरादून में शनिवार को 37 डेंगू के पॉजिटिव मरीज पाए जाने के बाद डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 279 हो गई है.
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डेंगू के लक्षणःबता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीस नाम की मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.
डेंगू फैलने से ऐसे रोकेंःबरसात के दौरान घरों में पानी जमा न होने दें. कूलर से समय-समय पर पानी निकालते रहें. गमलों में पानी इकट्ठा न होने दें. टायर में पानी जमा न होने दें. साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.